Uttarkashi Cloud Burst : उत्तरकाशी के धराली गांव में आई भारी आपदा के बाद प्रशासन ने राहत और बचाव कार्यों को युद्ध स्तर पर तेज कर दिया है। स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ राज्य स्तर से भी टीमें लगातार एक्शन में हैं। हालांकि, देहरादून और जिला प्रशासन की ओर से सड़क मार्ग से मदद पहुंचाने में भारी बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है।
धराली तक जाने वाली कई सड़कें तेज बहाव में पूरी तरह से बह चुकी हैं, जिससे जमीनी रास्ते अवरुद्ध हो गए हैं। इसी को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने प्लान B को सक्रिय किया है, जिसके तहत राहत व बचाव दलों को हवाई मार्ग से सीधे ग्राउंड ज़ीरो तक पहुंचाया जा रहा है।
हवाई मार्ग से रेस्क्यू ऑपरेशन को मिली रफ्तार
उत्तरकाशी के भटवाड़ी हेलीपैड से NDRF और SDRF की टीमें हेलिकॉप्टर के जरिए धराली पहुंचाई गईं, जिससे राहत कार्यों में तेजी आई है। वहीं, मंगलवार शाम तक 17 लोगों को थराली से रेस्क्यू कर भटवाड़ी लाया गया। इसके अलावा 50 से ज्यादा जवानों और स्वास्थ्यकर्मियों को हेलीकॉप्टर के जरिए थराली और हर्षिल भेजा गया है।
राहत कार्यों का तीसरा दिन
धराली आपदा के तीसरे दिन गुरुवार को राहत अभियान प्रशासन के लिए बेहद अहम बन गया है। आज सुबह से फिर से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया जाएगा। राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद उत्तरकाशी में कैंप कर रहे हैं, और उनके साथ वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर मौजूद हैं।
यह भी पढ़ें : आरती साठे हैं बॉम्बे हाई कोर्ट की नई जज, जिनकी नियुक्ति…
क्या बोले सीएम धामी?
बुधवार देर शाम एक न्यूज चैनल से बातचीत में सीएम धामी ने कहा, “हमारी प्राथमिकता है कि जो लोग अभी भी फंसे हुए हैं, उन्हें जल्द से जल्द सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया जाए। हम हरसंभव प्रयास कर रहे हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह लगातार स्थिति पर नज़र रखे हुए हैं और हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया गया है। फिलहाल धराली तक पहुंचने के सभी सड़क मार्ग पूरी तरह टूटे हुए हैं, जिससे जमीनी राहत पहुंचाना असंभव हो गया है। ऐसे में फिलहाल केवल हवाई मार्ग ही एकमात्र विकल्प बना हुआ है।