Maha Shivratri News: काशी के नाथ बाबा विश्वनाथ के दरबार में महाशिवरात्रि के भव्य आयोजन की तैयारियां अपने अंतिम चरण में पहुंच गई हैं। श्रद्धालुओं को सुचारू रूप से दर्शन का अवसर मिले इसके लिए मंदिर प्रशासन ने कई नियमों में बदलाव किए हैं। भीड़ को नियंत्रित करने के उद्देश्य से मंदिर न्यास ने तीन दिनों के लिए VIP दर्शन यानी प्रोटोकॉल व्यवस्था पर रोक लगाने का निर्णय लिया है। इस संबंध में आधिकारिक आदेश भी जारी कर दिया गया है।
25 से 27 फरवरी तक VIP दर्शन बंद
काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) विश्वभूषण मिश्रा ने जानकारी दी कि 25 से 27 फरवरी तक प्रोटोकॉल दर्शन की सुविधा को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है। महाकुंभ के अंतिम शाही स्नान और महाशिवरात्रि (Maha Shivratri News) के अवसर पर भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आगमन को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है।
सिर्फ झांकी दर्शन की व्यवस्था
इस वर्ष महाशिवरात्रि पर भक्तों को केवल झांकी दर्शन की अनुमति होगी। किसी भी श्रद्धालु को मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। सुरक्षा के लिहाज से भी मंदिर परिसर में कड़े इंतजाम किए गए हैं ताकि भक्तगण निर्बाध रूप से दर्शन कर सकें।
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वृद्धों और दिव्यांगों के लिए विशेष व्यवस्था
मंदिर प्रशासन ने वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगों की सुविधा का भी विशेष ध्यान रखा है। उनके लिए धाम परिसर में व्हीलचेयर की व्यवस्था की गई है। साथ ही गोदौलिया और मैदागिन से श्रद्धालु गोल्फ कार्ट या ई-रिक्शा के माध्यम से मंदिर तक पहुंच सकते हैं। वृद्धजनों को लाइन में अधिक देर तक खड़ा न रहना पड़े इसके लिए कर्मचारियों की मदद से उन्हें दर्शन कराने की विशेष व्यवस्था की जाएगी। यदि कोई व्यक्ति अपने परिवार या समूह के साथ आया है तो सहमति मिलने पर वरिष्ठ श्रद्धालुओं को प्राथमिकता के आधार पर दर्शन कराकर बाहर निकाला जाएगा।
इन वस्तुओं के साथ प्रवेश प्रतिबंधित
मंदिर के CEO विश्वभूषण मिश्रा ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे अपने व्यक्तिगत सामान को होटल या लॉज में ही छोड़कर आएं। महाशिवरात्रि के दौरान पेन, पेन ड्राइव, रिमोट, स्मार्ट वॉच, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और मोबाईल फोन के साथ मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। श्रद्धालुओं से अनुरोध किया गया है कि वे मंदिर प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और बाबा विश्वनाथ के दिव्य दर्शन का लाभ उठाएं।