Suicide Case:वृंदावन में ज्वैलरी व्यवसायी धैर्य गुप्ता ने गुरुवार रात अपने फ्लैट में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना वृंदा कुंज रेजीडेंसी, C ब्लॉक, फ्लैट नंबर 207 में हुई। धैर्य गुप्ता अपने परिवार पत्नी और चार बेटियों के साथ किराए के फ्लैट में रह रहे थे। उनके परिवार और पड़ोसियों के अनुसार, यह घटना पूरे इलाके में सनसनी फैला गई।
आर्थिक दबाव और मानसिक तनाव
जानकारी के अनुसार, व्यापारी कर्जदारों के लगातार दबाव में मानसिक रूप से परेशान थे। लंबे समय से आर्थिक तंगी और व्यापार में चुनौतियों का सामना कर रहे धैर्य गुप्ता ने अपनी जीवन स्थिति को लेकर तनाव महसूस किया। इस मानसिक दबाव ने उन्हें आत्महत्या जैसे कदम के लिए प्रेरित किया।
परिवार की स्थिति
धैर्य गुप्ता गुरुवार को अपनी पत्नी और चार बेटियों को आगरा स्थित उनके मायके खंदौली छोड़कर लौटे। लौटने के बाद उन्होंने रात में अपने फ्लैट में फांसी लगाई। शुक्रवार सुबह जब उन्होंने फ्लैट से बाहर कदम नहीं रखा, तो पड़ोसियों ने स्थिति की जानकारी पुलिस को दी। घटना की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। पत्नी और बेटियों का रो-रोकर बुरा हाल था।
पड़ोसियों की भूमिका और पुलिस कार्रवाई
स्थानीय लोगों की सूझबूझ और तत्परता से पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। वृंदावन कोतवाली की अद्धा पुलिस चौकी ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने मृतक के फ्लैट से सभी साक्ष्य और संभावित नोट्स इकट्ठे किए, ताकि आत्महत्या के कारणों की पूरी जांच की जा सके।
फोरेंसिक टीम और प्रारंभिक जांच
अद्धा चौकी प्रभारी कुलवीर सिंह ने मौके पर फोरेंसिक टीम के साथ जरूरी साक्ष्य जुटाए। प्रारंभिक जांच में यह पाया गया कि आर्थिक दबाव और मानसिक तनाव ही इस आत्महत्या की मुख्य वजह हैं। पुलिस अब पूरे मामले की गहन जांच कर रही है और यह सुनिश्चित कर रही है कि किसी भी तरह की असामान्य परिस्थितियों का पता लगाया जा सके।
पड़ोसियों और समाज की प्रतिक्रिया
घटना से न केवल परिवार बल्कि पूरे पड़ोस में सदमा फैल गया। पड़ोसियों ने पुलिस को तुरंत सूचना दी, जिससे जांच प्रक्रिया तेज हुई। स्थानीय लोग और साथी व्यवसायी भी इस घटना से स्तब्ध हैं। कई पड़ोसी यह बता रहे थे कि धैर्य गुप्ता हाल के दिनों में तनाव में दिखाई दे रहे थे, लेकिन किसी ने यह उम्मीद नहीं की थी कि वह आत्महत्या जैसा कदम उठा लेंगे।
धैर्य गुप्ता की मौत ने परिवार, पड़ोस और समाज को गहरा झटका दिया है। पुलिस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है और यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि आर्थिक और मानसिक दबाव ने उन्हें यह कदम उठाने के लिए कैसे प्रेरित किया।