पितृ पक्ष के पहले दिन किसका होता है श्राद्ध? आखिर क्या है मान्यता?
पितृ पक्ष के पहले दिन किसका होता है श्राद्ध? आखिर क्या है मान्यता?
परिवार के सदस्य अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति और उन्हें शक्ति प्रदान करने के लिए प्रार्थना करते हैं।
क्या होती है पूजा करने की विधि ?
क्या होती है पूजा करने की विधि ?
पितृपक्ष में दोपहर के समय पितरों को तर्पण देना चाहिए। इसके साथ हल्की सुगंध के पुष्प अर्पित करना भी शुभ माना जाता है।
इस समय दक्षिण दिशा की ओर मुख करके पितरों को तर्पण और पिंड दान करना चाहिए. और नियमित रूप से भगवद्गीता का पाठ करना चाहिए।
कौन अर्पित करता है जल ?
कौन अर्पित करता है जल ?
पितृ पक्ष में घर के किसी वरिष्ठ पुरुष सदस्य को तर्पण करना चाहिए। पौत्र या नाती भी इस काम को कर सकते हैं।
सावधानियों का ध्यान रखते हुए स्त्रियां भी पित्तृ पक्ष में तर्पण की विधि कर सकती हैं।
पितृ पक्ष का क्या है महत्व ?
पितृ पक्ष का क्या है महत्व ?
श्राद्ध एक पितरों के प्रति श्रद्धा का पावन अनुष्ठान है जिससे तर्पण और दान से आत्मा की तृप्ति और शांति का मार्ग प्रशस्त होता है।
पहले दिन किसका होता है श्राद्ध?
पहले दिन किसका होता है श्राद्ध?
पितृ पक्ष के पहले दिन प्रतिपदा तिथि को श्राद्ध किया जाता है, जो उन पूर्वजों के लिए होता है जिनकी मृत्यु प्रतिपदा तिथि
को हुई हो।
सम्मान प्रकट करने का सबसे अच्छा समय होता है, जिसमें उनके नाम का पिंडदान और दान किया जाता है।