एक तरफ कांग्रेस नेता राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा पर है। दूसरी तरफ कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर हलचल तेज हो गई है। आपको बता दें कि अध्यक्ष पद के लिए 17 अक्टूबर को चुनाव होना है। लेकिन अभी उम्मीदवारों को लेकर सस्पेंस है। हालांकि राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत और शशि थरूर का नाम इस रेस में फाइनल माना जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक सीएम अशोक गहलोत नवरात्रि में 26 से 28 सितंबर के बीच अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन भर सकते हैं। हालांकि उन्होंने पिछले दिनों कहा था कि राहुल गांधी से अच्छा अध्यक्ष कांग्रेस के लिए कोई और नहीं हो सकता। वहीं शशि थरूर भी अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने के प्रबल इच्छुक नजर आ रहे है। इसी बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम का कहना है कि गांधी परिवार को वोट देने का अधिकार है। लेकिन गांधी परिवार किसी भी उम्मीदवार के लिए प्रचार नहीं करेगा।
पार्टी नेता और पार्टी अध्यक्ष अलग-अलग
जानकारी के मुताबिक चिदंबरम ने कहा कि पार्टी नेता और पार्टी अध्यक्ष अलग-अलग हैं। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी पार्टी नेता थे और आजादी के बाद पंडित जवाहर लाल नेहरू पार्टी के नेता थे। वह पार्टी के अध्यक्ष नहीं थे फिर गांधीजी का पार्टी में नेता के रूप में प्रमुख स्थान था।
कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने कहा कि कांग्रेस को भी पुनर्गठन की जरूरत है। लेकिन गांधी परिवार किसी भी उम्मीदवार के लिए सक्रिय कैंपेनिंग नहीं करेगा। इसी बीच कांग्रेस नेता शशि थरूर ने सोमवार को अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से 10 जनपद पर मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर भी सवाल किया। इस पर सोनिया गांधी ने थरूर को दो टूक जवाब देते हुए कहा कि It’s ur call। चुनाव चुनावी प्रक्रिया के तहत ही हो।
ये स्वागत योग्य कदम
ऐसे में अटकलें लगाई जा रही है कि शशि थरूर भी इस बार अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने वाले हैं। उनके एक बयान ने इन अटकलों को और ज्यादा बढ़ावा दे दिया था। दअसल शशि थरूर ने अपने एक लेख में कहा था कि अध्यक्ष पद के चुनाव के दौरान जितने ज्यादा उम्मीवार रहेंगे उतना अच्छा होगा।
उन्होंने इसे लोकतंत्र के लिए अच्छा संकेत बताया था। उन्होंने अपने अध्यक्ष पद के उम्मीदवारी को लेकर भी बात की थी। उन्होंने जोर देकर कहा था कि लोग कुछ भी सोचने को स्वतंत्र हैं। मैंने अपने लेख के जरिए सिर्फ इतना कहा था कि पार्टी में चुनाव सही रहेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब अध्यक्ष पद का चुनाव करवा रही है। ये स्वागत योग्य कदम है। वें
वें आगे कहते है कि मुझे नहीं पता था कि मेरे लेख पर इतनी कयासबाजी शुरू हो जाएगी। मैंने कोई आधिकारिक ऐलान नहीं किया है और ना ही अभी मैं इस पर कुछ नहीं कहना चाहता हूं।
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