IPS Vijay Sakhare News: दिल्ली के लाल किला बम धमाका मामले की जांच अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के हाथों में है, और इस हाई-प्रोफाइल केस की गुत्थी सुलझाने की कमान एडीजी विजय सखारे को सौंपी गई है। सखारे के नेतृत्व में NIA ने दस अफसरों की एक विशेष टीम, जिसे ‘स्पेशल 10’ कहा जा रहा है, का गठन किया है। गृह मंत्रालय के निर्देश पर यह कदम उठाया गया है, क्योंकि इस धमाके के तार फरीदाबाद, सहारनपुर, अनंतनाग से लेकर पुलवामा तक फैले एक व्यापक जैश-ए-मोहम्मद आतंकी मॉड्यूल से जुड़े हैं।
यह IPS Vijay Sakhare टीम न केवल धमाके के गुनहगारों को पकड़ेगी, बल्कि आतंकी डॉक्टरों के इस मॉड्यूल, उनकी फंडिंग और ऑपरेशन के मास्टरमाइंड का भी पर्दाफाश करेगी। टीम में एक आईजी, दो डीआईजी, तीन एसपी, और डीएसपी स्तर के अन्य अधिकारी शामिल हैं, जो इस जटिल और संवेदनशील मामले की गहराई से जांच करेंगे।
IPS Vijay Sakhare: कौन हैं NIA के एडीजी?
IPS Vijay Sakhare 1996 बैच के केरल कैडर के एक अनुभवी आईपीएस अधिकारी हैं। सितंबर 2025 में उन्हें NIA में एडीजी (अतिरिक्त महानिदेशक) का महत्वपूर्ण पद सौंपा गया था। इससे पहले, वह एनआईए में इंस्पेक्टर जनरल (आईजी) के पद पर भी अपनी सेवाएँ दे चुके हैं। राष्ट्रीय जांच एजेंसी होने के नाते, NIA आतंकवाद और देश की आंतरिक सुरक्षा से जुड़े बेहद संवेदनशील मामलों की जांच करने की जिम्मेदारी संभालती है। एडीजी सखारे का आतंकवाद और खुफिया जानकारी से जुड़े मामलों में लंबा अनुभव उन्हें इस चुनौतीपूर्ण जांच का नेतृत्व करने के लिए एक आदर्श अधिकारी बनाता है। उनकी नियुक्ति इस बात का संकेत है कि सरकार इस मामले की जांच को कितनी गंभीरता से ले रही है।
‘स्पेशल 10’ टीम का मिशन और चुनौतियां
IPS Vijay Sakhare एनआईए की ‘स्पेशल 10’ टीम के सामने कई बड़ी चुनौतियां हैं। धमाके की जांच के लिए एनआईए के महानिदेशक (DG) और आईबी प्रमुख की एक उच्च-स्तरीय बैठक भी हुई है। जांच टीम को दिल्ली पुलिस, जम्मू कश्मीर पुलिस, और हरियाणा पुलिस से जैश-ए-मोहम्मद के इस टेरर मॉड्यूल से संबंधित सभी केस डायरियां अपने कब्जे में लेनी हैं। इसके साथ ही, उन्हें यूपी एटीएस से भी सहयोग लेना होगा।
इस मामले का एक महत्वपूर्ण पहलू आतंकी मॉड्यूल में डॉक्टरों की संलिप्तता है। खबरों के अनुसार, संदिग्ध हमलावर डॉ. उमर मोहम्मद ही उस कार में सवार था, जिसमें धमाका हुआ और जिसमें नौ लोगों की मौत हुई। फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से जुड़े डॉ. मुजम्मिल शकील, डॉ. आदिल अहमद, और डॉ. शाहीना को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। इन सभी गिरफ्तार डॉक्टरों का संबंध फरीदाबाद स्थित अल फलाह यूनिवर्सिटी से सामने आया है।
IPS Vijay Sakhare एनआईए टीम के लिए सबसे बड़ी चुनौती इस आतंकी मॉड्यूल की फंडिंग के स्रोत और पूरे ऑपरेशन के मास्टरमाइंड को उजागर करना है। धमाके के पीछे की साजिश कितनी गहरी है, और इसमें देश के भीतर व बाहर कौन-कौन शामिल हैं, इन सभी पहलुओं की जांच की जिम्मेदारी एडीजी विजय सखारे और उनकी स्पेशल टीम के कंधों पर है। इस उच्च-स्तरीय टीम के गठन से उम्मीद है कि यह हाई-प्रोफाइल केस जल्द ही सुलझ जाएगा और दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।

