अयमान अल-जवाहिरी दुनिया का सबसे कुख्यात आतंकी था। जिसको पकड़ने के लिए आज तक का सबसे बड़ा इनाम रखा गया था। लेकिन अलकायदा का सरगना अयमान अल-जवाहिरी अमेरिकी खुफिया बलों के स्पेशल ऑपरेशन में मारा गया है। उसको सीआईए ने एक ड्रोन हमले में मार दिया है।
अल-जवाहिरी दुनिया को अलग-अलग हिस्सों में होने वाले हमलों के साथ ही अमेरिका में 9-11 का भी मास्टरमाइंड माना जाता था।
दुनिया के सबसे दुर्दांत आतंकी अयमान अल-जवाहिरी की कहानी
अयमान अल-जवाहिरी का जन्म 1951 में मिस्र में हुआ था। वह एक रईस परिवार में पैदा हुआ था। उसने पूरी दुनिया में दहशत फैला रखी थी। जब मरा तो उसकी मौत का ऐलान भी जिस शख्स ने किया है वो भी दुनिया का सबसे ताकतवर इंसान है। यानी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन। अल-जवाहिरी तीन साल जेल बंद था।
वह आतंवादी होने के साथ ही धार्मिक था। 14 साल की उम्र में ही मिस्र के कट्टरपंथी संगठन मुस्लिम ब्रदरहुड से जुड़ गया था । इसके बाद उच्च शिक्षा प्राप्त कर के सर्जन बना गए । उसने अरबी के साथ फ्रेंच भाषा बोलना सिखा। और ताउम्र जेहाद की आड़ में दहशत फैलाता रहा।
27 साल की उम्र में हुई थी शादी
लेकिन जब उसकी शादी में हाई-प्रोफाइल मेहमान बुलाए गए। तब उसने ऐलान करवा दिया कि ये शादी शरिया के हिसाब से होगी। यानि महिलाओं-पुरुषों को अलग-अलग रहना होगा। अपनी शादी-तक में जिस व्यक्ति ने महिला-पुरुष को एक साथ नहीं दिखने का आदेश दिया। वो पूरी दुनिया को बदलने चला था । 27 साल की उम्र में अयमान अल-जवाहिरी की शादी हुई।
आपको बता दें अल-जवाहिरी मिस्र की सेकुलर सत्ता का सख्त आलोचक था। जिसके चलतेउसने 1970 के दशक में ही इजिप्टियन इस्लामिक जिहाद नाम का संगठन बनाकर आतंकी गतिविधियों को अंजाम देना शुरू कर दिया। उसने मिस्र में इस्लामिक हुकूमत के लिए खूब लड़ाई लड़ी।
1981 में मिस्र के तत्कालीन राष्ट्रपति की हत्या
उसने 1981 में मिस्र के तत्कालीन राष्ट्रपति अनवर सादात की हत्या कर दी जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया था। हालांकि वो तीन साल में छूट गया था। इसके साथ ही उसने अपना वतन भी छोड़ दिया।
इसके बाद वो सउदी अरब आ गया। यहीं उसकी मुलाकात ओसामा बिन लादेन से हुई। जो दुनिया के शीर्ष अमीरों के परिवारों में से एक परिवार का था। यहीं से दोनों ने 1985 में पाकिस्तान के पेशावर का रुख किया।
उसने 2001 में अपने संगठन का विलय अलकायदा में कर दिया और खुद नंबर दो बन बैठा। ओसामा को अमेरिका ने साल 2011 में मार गिराया तो वो खुद अलकायदा का चीफ बन गया और आज उसकी मौत के साथ ही एक कहानी खत्म हो गई।