लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। उत्तर प्रदेश के बहराइच में एकबार फिर से खूंखार भेड़िए ने दस्तक दे दी है। कातिल शिकारी हरदिन इंसानों का शिकार कर रहा है। सोमवार को भेड़िये ने मंझारा तौकली ग्राम पंचायत के प्यारे पुरवा में दस्तक दी और अहाते में सो रहे बुजुर्ग दंपती पर भेड़ियों ने हमला कर उन्हें जिंदा चबा लिया। घटना में पति-पत्नी की मौके पर ही मौत हो गई। ग्रामीणों ने बताया कि गन्ने के खेत में भेड़िये का झुंड देखा गया था। इसी झुंड ने दंपत्ति पर हमला कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। वन विभाग के साथ ही पुलिस की टीमें भेड़ियों को दबोचने के लिए ऑपरेशन चलाए हुए हैं।
पुरवा निवासी खेदन (70) पुत्र जनार्दन और उनकी पत्नी मनकी (65) रोज की तरह सोमवार रात घर से करीब 200 मीटर दूर बने अहाते में सो रहे थे। आधी रात लगभग 1 से 2 बजे के बीच भेड़ियों का झुंड वहां आ पहुंचा। सोते समय ही दंपती पर हमला कर दिया। दोनों के हाथ-पांव और शरीर के कई हिस्सों को भेड़िये चबा गए। गले और चेहरे पर गहरे जख्म मिले। सुबह देर तक दंपति घर नहीं पहुंचे तो उनका बेटा झब्बर खोजते हुए अहाते पहुंचा। वहां मां-बाप के क्षत-विक्षत शव देखकर उसकी चीख निकल गई। गांव के लोग इकट्ठा हुए तो सभी सन्न रह गए। सूचना पर पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंचे और कालित भेडिये के झुंड को पकड़ने के लिए ऑपरेशन शुरू कर दिया।
ग्रामीणों का कहना है कि गन्ने के खेतों में भेड़ियों का झुंड घूमता देखा गया है। इसी रात भेड़ियों ने देवनाथ पुरवा की सेबरी (30) और भृगु पुरवा के रामू पर भी हमला कर उन्हें घायल कर दिया। दोनों का इलाज जारी है। गांव में फैली दहशत को देखते हुए लोग रात में जागकर पहरा दे रहे हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि सूचना देने के बावजूद अभी तक वन विभाग का कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा है। डीएफओ राम सिंह यादव दो दिन से न मीडिया से बात कर रहे हैं और न ही फोन रिसीव कर रहे हैं। बिलखते हुए मां ने कहा कि हमला भेड़िये ने किया। कुछ ग्रामीणों का दावा है कि उन्होंने तेंदुए को देखा है। वन विभाग अभी तक पक्के तौर पर कुछ कह नहीं पा रहा है। 10 मार्च 2024 से अब तक जिले में भेड़ियों के 80 से अधिक हमले हो चुके हैं।
बता दें, दो दिन पहले सीएम योगी आदित्यनाथ का हेलीकाप्टर बहराइच के आसमान में उड़ा। सीएम योगी ने हेलीकॉप्टर के जरिए भेड़िए के ठिकानों को देखा। इसके बाद कैसरगंज रेंज के मंझारा तौकली गांव में भेड़िये के हमले में मृतक व घायल परिवारजनों से शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुलाकात कर उनका दुख-दर्द बांटा। संवेदना व्यक्त करते हुए मृतकों के स्वजन को पांच लाख व घायल परिवार को 50 हजार की सहायता राशि देने का एलान किया। पीड़ित परिवार से मिलने से पहले मुख्यमंत्री को भेड़िया प्रभावित इलाकों में हवाई सर्वेक्षण में दो भेड़िये दिखे। मुख्यमंत्री ने मंच से कहा कि वन विभाग को भेड़िया पकड़ने के निर्देश दिए गए है। यह भी कहा गया है कि अगर पकड़ में न आए तो उन्हें शूट एट साइट कर दिया जाए। यह सुनते ही तालियों की गड़गड़ाहट से पंडाल गूंज उठा।
कैसरगंज रेंज के गांधीगंज गांव में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मंझारा तौकली में पिछले 15-20 दिनों से लगातार डर व दहशत का माहौल बना हुआ है। ग्राम रोजगार सेवक, सफाई कर्मचारी, ग्राम पंचायत सचिव, सहायक विकास अधिकारी, ग्राम चौकीदार आदि की सहायता से गांवों में जन जागरण के साथ-साथ वन्यजीवों से बचाव का उपाय किया जा रहा है। वन विभाग की छह टीमों के अलावा भी कई टीमें मौके पर लगी हुई हैं। इसके बावजूद भी हमें चार ऐसे मासूम बच्चों को खोना पड़ा है, जो अलग-अलग घटना के शिकार हुए हैं। 16 लोग अब तक भेड़िये के हमले में घायल हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिवरानी, श्याम रती देवी, मदन, चंद्रिका, हरदेई, मनीषा, अंजनी, पृथ्वी नाथ, सूरत लाल, राजाराम, दिपाली, संजू देवी, प्रिंसू, अनिकेत, सावित्री, हरीशचंद्र भेड़िये के हमले में घायल हुए हैं। लगातार एक ही गांव में भेड़िया ने हमला किया है। मृतक बच्चों को पांच-पांच लाख की सहायता राशि देने के साथ पक्का मकान देने के निर्देश जिला प्रशासन को दिया है।
सीएम योगी ने कहा है कि जिनके पास मकान हैं और दरवाजा नहीं है, दरवाजा लगवाने के निर्देश दिए हैं। शौचालय बनवाने के साथ ही घायलों को एंटी वेनम वैक्सीन लगाने के निर्देश दिए है। इससे रैबीज नहीं फैलेगा। उन्होने कहा कि वन विभाग को कहा गया कि है कि भेड़िया पकड़ में न आने पर शूट एट साइट कर दिए जाए। उन्होने कहा कि मै यहां केवल संवेदना व्यक्त करने के लिए आया हूं। सीएम के बहराइच से जानें के बाद भेड़िए ने फिर टेरर बरमाना शुरू कर दिया है। ग्रामीण दहशत में हैं। रात को महिलाएं घर पर रतजगा कर रही हैं तो गांव के बार्डर पर पुरूष पहरा दे रहे हैं। बच्चों को घरों पर रखा गया है। महिलाएं भी घर से बाहर नहीं निकल रही हैं।
बहराइच में भेड़िये ने इनका किया शिकार
10 मार्च 2024 : मिश्रनपुरवा निवासी सायरा (03)
23 मार्च 2024 : नयापुरवा निवासी छोटू (02)
17 जुलाई 2024 : मक्कापुरवा निवासी अख्तर रजा (डेढ़ वर्ष)
27 जुलाई 2024ः नकवा निवासी प्रतिभा (2)
03 अगस्त 2024 : कोलैला निवासी किशन (07)
18 अगस्त 2024 : सिंगिया नसीरपुर निवासी संध्या (04)
22 अगस्त 2024ः भटौली निवासी खुशबू (04)
25 अगस्त 2024 : कुम्हारनपुरवा निवासी रीता देवी (52)
26 अगस्त 2024 : दिवानपुरवा निवासी अयांश (05)
01 सितंबर 2024 : नववन गरेठी निवासी अंजली (02)
03 जून 2025ः गदामार के गढीपुरवा निवासी आयुष (2)
10 सितंबर : मंझारा तौकली के परागपुर निवासी ज्योति (4)
12 सितंबर : भौंरी के बहोरवा निवासी संध्या (4 माह)
20 सितंबरः मंझारा तौकली गंदूझाला गांव निवासी अंकेश (3)