मां बस एक शब्द नहीं है बल्कि जीवन का वो अभिन्न अंग है जो पहली से अंतिम सांस तक हमारे साथ रहती है। निधन के बाद उनकी यादें हमें परेणा देती है। पीएम मोदी आज भी अपनी से परेणा लेते है। दरअसल उनकी ऑफिशियल वेबसाइट पर उनकी मां हीराबेन मोदी को समर्पित एक सेक्शन बनाया गया है। जिसमें हीराबा के जीवन से जुड़ी बातें, उनके फोटो-वीडियो और उनकी सीख है। इसमें चार अलग-अलग सेक्शन बनाए गए हैं। जिसमें हीराबा की पब्लिक लाइफ, देश की यादों में हीराबा, हीराबा के निधन पर दुनियाभर के नेताओं के शोकसंदेश के अलावा मातृत्व को सेलिब्रेट करने के लिए टेम्पलेट दिया गया है। पिछले साल 30 दिसंबर को हीराबा का निधन के बाद उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए ये माइक्रोसाइट लॉन्च की गई।
‘मैं और मां’
इसकी शुरुआत में एक वीडियो के जरिए हिराबा के लिए पीएम मोदी के दिल की बातों को खूबसूरती से पेश किया गया है। इस वीडियो में पीएम मोदी के बचपन से लेकर उनकी मां के निधन तक का वक्त दिखाया गया है।
वीडियो के अंत में पीएम मोदी के शब्दों को आवाज दी गई है। जिसमें कहा गया, ‘पूज्य मां, आज आप नहीं रहे। फिर भी आपके दिए संस्कार मेरे मनो-मस्तिष्क पर आपके दो हाथों की तरह फैले हैं, जो मुझे शक्ति, शिक्षा देते हैं। नमन करना, माथे पर तिलक लगाना, हाथ थामना, दीया जलाना, मिठाई खिलाना, चरणस्पर्श करके मेरी अंगुलियों के छोर से आपकी ऊर्जा का मेरी नस-नस तक पहुंचना, ये चंद स्मृतियां ही मेरे और आपके बीच का अब नया पुल हैं मां। तुमसे मिलने का ये नया सेतु है मां। अब मैं इसी पर टहला करूंगा। जब कभी जीवन में संघर्ष या हर्ष मिले, आगे कहीं भी रहूंगा, आपकी कमी हमेशा रहेगी।
मां के नाम 4 सब-सेक्शन
इस माइक्रोसाइट में चार सेक्शन बने हैं। इसमें पहला है लाइफ इन पब्लिक डोमेन, जिसमें हीराबा की पब्लिक लाइफ से जुड़ी फोटो-वीडियो, उनकी कही गई बातें और उनसे जुड़ा आर्टवर्क शामिल है। दूसरा सेक्शन है नेशन रिमेंबर्स, जिसमें हिराबा के निधन की टेलीविजन, प्रिंट और डिजिटल कवरेज, ट्विटर और नमो ऐप पर आए शोक संदेश और श्रद्धांजलि शामिल हैं।
वहीं तीसरा सेक्शन है वर्ल्ड लीडर्स कंडोल, जिसमें हीराबा के निधन पर दुनियाभर के नेताओं की तरफ से आए शोक संदेश शामिल है। इसके आखिरी सेक्शन है सेलिब्रेट मदरहुड, जिसमें पीएम मोदी और हिराबा की तस्वीरों के चार टेम्पलेट दिए हैं। आप लोग इनमें से कोई एक तस्वीर चुनकर उसमें अपना संदेश लिखकर उसे पोस्ट कर सकते हैं। जिसे इस वेबसाइट पर दिखाया जाएगा।
”मां, ये सिर्फ एक शब्द नहीं, बल्कि…”
पीएम मोदी ने अपनी मां के जीवन का 100वां वर्ष शुरू होने के मौके पर एक ब्लॉग लिखा था। जिसमें उन्होंने हिराबा के प्रेम, त्याग और तपस्या के बारे में लिखा था। उन्होंनें लिखा था कि ‘मां, ये सिर्फ एक शब्द नहीं है। ये जीवन की वो भावना होती जिसमें स्नेह, धैर्य, विश्वास और कितना कुछ समाया होता है।
दुनिया का कोई भी कोना या कोई भी देश हो, हर संतान के मन में सबसे अनमोल स्नेह मां के लिए होता है। मां, सिर्फ हमारा शरीर ही नहीं गढ़ती, बल्कि हमारा मन, हमारा व्यक्तित्व और हमारा आत्मविश्वास भी गढ़ती है। अपनी संतान के लिए ऐसा करते हुए वो खुद को खपा देती है। वह खुद को भुला देती है।
”अगर पिता आज होते तो…”
पीएम ने आगे लिखा कि आज मैं अपनी खुशी, अपना सौभाग्य, आप सबसे साझा करना चाहता हूं। मेरी मां, हीराबा आज 18 जून को अपने सौवें वर्ष में प्रवेश कर रही हैं। हीराबा का जन्म शताब्दी वर्ष प्रारंभ हो रहा है। अगर पिताजी आज होते, तो पिछले सप्ताह वो भी 100 वर्ष के हो गए होते। 2022 एक ऐसा वर्ष है जब मेरी मां का जन्मशताब्दी वर्ष प्रारंभ हो रहा है। इसी साल मेरे पिताजी का भी जन्मशताब्दी वर्ष पूर्ण हुआ है।’