Motivational Story: सीखने की कोई उम्र नहीं होती, लेकिन 50-55 के बाद ज़्यादातर लोग पढ़ाई छोड़ देते हैं। मगर पुणे की उषा रे ऐसी नहीं हैं। 79 साल की उम्र में वह न सिर्फ एमबीए कर रही हैं, बल्कि जॉब भी कर रही हैं। अगर उन्होंने अपनी डिग्री पूरी कर ली, तो वह दुनिया की सबसे उम्रदराज़ एमबीए ग्रेजुएट बन जाएंगी।
काम के साथ पढ़ाई भी जारी
उषा रे हॉस्पिटल और हेल्थकेयर मैनेजमेंट में एमबीए कर रही हैं। उनकी यह पढ़ाई डॉ. डीवाई पाटिल विद्यापीठ सेंटर फॉर ऑनलाइन लर्निंग, पुणे से हो रही है। इसके साथ ही, वह लखनऊ के लवी शुभ हॉस्पिटल में अकाउंट्स और एडमिनिस्ट्रेशन डिपार्टमेंट में काम भी करती हैं।
अपने लिए कुछ करना चाहती थीं
उषा रे बताती हैं कि उन्होंने ज़िंदगी में बहुत कुछ किया,पढ़ाया, देश-विदेश की यात्रा की। लेकिन जब उम्र बढ़ी, तो लगा कि उन्हें खुद के लिए भी कुछ करना चाहिए। उनका मानना है कि खाली बैठना सही नहीं होता। दिनभर ऑफिस के बाद शाम को उनके पास वक्त होता था, और उन्हें लगता था कि वह इसे बेकार कर रही हैं। इसलिए उन्होंने एमबीए करने का फैसला किया।
कैंसर को भी दो बार हरा चुकी हैं
उषा रे ने 1966 में जूलॉजी में एमएससी और 1978 में एमएड किया। इसके बाद उन्होंने भारत और विदेश में पढ़ाया। 2003 में उन्हें स्टेज-4 कैंसर हुआ, लेकिन उन्होंने इसे हरा दिया। फिर 2022 में दोबारा कैंसर हुआ, मगर उन्होंने इस बार भी हार नहीं मानी। वह दो बार इस गंभीर बीमारी को मात दे चुकी हैं और आज भी पूरे जोश के साथ आगे बढ़ रही हैं।
सबसे उम्रदराज़ एमबीए बनने की ओर
अगर उषा रे अपनी एमबीए की डिग्री पूरी कर लेती हैं, तो वह दुनिया की सबसे ज्यादा उम्र में एमबीए करने वाली इंसान बन जाएंगी। अभी तक यह रिकॉर्ड 76 साल के डॉ. पीटर फंग के नाम है, जिन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, बर्कले से एमबीए किया था।