Indian Army martyr soldiers जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में एलओसी (नियंत्रण रेखा) के पास मंगलवार को हुए IED ब्लास्ट में सेना के कैप्टन करमजीत सिंह बख्शी और नायक मुकेश मन्हास शहीद हो गए। इस हमले में एक अन्य जवान भी घायल हुआ। यह हमला उस वक्त हुआ जब सेना की ‘व्हाइट नाइट कॉर्प्स’ इकाई के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल नवीन सचदेवा ने हाल ही में राजौरी जिले में सुरक्षा हालात का जायजा लिया था।
सगाई के बाद लौटे थे ड्यूटी पर
नायक मुकेश मन्हास हाल ही में सगाई करके ड्यूटी पर लौटे थे। उनकी शादी अप्रैल में होनी थी और परिवार इस खुशी में जश्न मना रहा था, लेकिन आतंकियों के हमले ने खुशियों को मातम में बदल दिया।
29 वर्षीय नायक मुकेश और झारखंड के कैप्टन करमजीत सिंह बख्शी मंगलवार दोपहर भट्टल इलाके में गश्त कर रहे थे। तभी आतंकियों द्वारा लगाए गए IED में विस्फोट हो गया, जिसमें दोनों जवान शहीद हो गए।
गांव में पसरा मातम
नायक मुकेश मन्हास का पार्थिव शरीर बुधवार को सांबा जिले के ब्री कामिला गांव लाया गया, जहां गांव में शोक की लहर दौड़ गई। स्थानीय लोग और उनके दोस्त उन्हें एक होनहार क्रिकेटर के रूप में याद कर रहे हैं। उनके दोस्त बताते हैं कि मुकेश ने गांव में क्रिकेट पिच तैयार करवाने में भी काफी मेहनत की थी।
देश की सेवा का जज्बा बचपन से
मुकेश के पिता चगतार सिंह, जो खुद सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी हैं, ने बताया कि उनका बेटा बचपन से ही देश की सेवा करना चाहता था। वह सियाचिन, कश्मीर और पंजाब जैसे कठिन इलाकों में अपनी सेवाएं दे चुके थे। उनके छोटे भाई भी सेना में ही तैनात हैं।
20 अप्रैल को होनी थी शादी, परिवार सदमे में
मुकेश की शादी 20 अप्रैल को तय थी। परिवार और गांववालों को उनकी शादी का बेसब्री से इंतजार था, लेकिन आतंकियों की इस कायराना हरकत ने परिवार की सारी खुशियां छीन लीं।
‘हमने एक सच्चा रत्न खो दिया’
मुकेश के एक करीबी रिश्तेदार ने कहा, “वह हमेशा युवाओं को खेलों में भाग लेने और बुरी आदतों से दूर रहने की सलाह देते थे। हमने एक अनमोल रत्न खो दिया है।”
गांववालों का कहना है कि दुश्मनों में हमारे बहादुर सैनिकों का सामना करने की हिम्मत नहीं है। उन्हें पूरा भरोसा है कि हमारे सुरक्षा बल आतंकियों को इसका जवाब देंगे और शहीदों को न्याय दिलाएंगे लोग उन्हें एक होनहार क्रिकेटर और बहादुर सैनिक के रूप में याद कर रहे हैं।