Stampede at Mata Vaishno Devi Bhawan: जम्मू के वैष्णो देवी मंदिर परिसर में बीती रात करीब 2 बजे भगदड़ मच गई, जिसमें 13 लोगों की मौत हो गई. कई घायल हो गए, जिनका अस्पताल में इलाज जारी है. नए साल के मौके पर यहां दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जुट गई और रात में भगदड़ मच गई. इस हादसे के बाद जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने जांच कमेटी बिठा दी है।
हादसे को लेकर अब प्रसाशन पर कई गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं. आखिर कोरोना काल में इतनी भीड़ कैसे जुट गई और भीड़ जुटी तो सुरक्षा के इंतजाम क्यों नहीं थे? अब घटना के बाद प्रशासन मुस्तैद हुआ और फिर कुछ घंटों बाद भीड़ को काबू किया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा इस घटना पर लगातार नजर बनाए हुए हैं. पीएम राहत कोष और जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल की तरफ से मुआवजे का एलान किया गया है।
पीएम राहत कोष से
- मृतकों के परिजनों के लिए- 2 लाख रुपए
- घायलों के इलाज के लिए- 50 हजार रुपए
राज्य सरकार की ओर से
- मृतकों के परिजनों के लिए- 10 लाख रुपए
- घायलों के इलाज के लिए- 2 लाख रुपए
बताया जा रहा है कि नए साल के मौके पर श्रद्धालु 12 बजे के बाद माता वैष्णो देवी के दर्शन करना चाहते थे. इस वजह से भवन के पास बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए और नीचे से आने वाले लोग भी वहीं रुक गए. कहा ये भी जा रहा है कि भीड़ में कुछ युवकों की एक दूसरे से झड़प हो गई, जिसके बाद वहां भगदड़ मची और 12 लोग मारे गए।
पीएम मोदी ने लिया स्थिति का जायजा
पीएम मोदी ने ट्वीट करके कहा, ‘’माता वैष्णो देवी भवन में मची भगदड़ में लोगों की मौत से अत्यंत दुखी हूं. शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना. जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा,केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय जी से बात की और स्थिति का जायज़ा लिया।
घटना लगभग सुबह 2:45 बजे हुई- डीजीपी
जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा, ‘’कटरा के माता वैष्णो देवी भवन में मची भगदड़ में 12 लोग की मौत और 13 लोग घायल हुए हैं. घटना लगभग सुबह 2:45 बजे हुई और प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार एक तर्क छिड़ा जिसके परिणामस्वरूप लोगों ने एक-दूसरे को धक्का दिया और फिर भगदड़ मच गई।