Vandan Patel IQ: अमेरिका में रहने वाला 7 साल का भारतीय मूल का बच्चा वंदन पटेल आज सबके लिए प्रेरणा बन गया है। इतनी छोटी उम्र में ही उसने वो कर दिखाया है, जो बड़े-बड़े लोग भी नहीं कर पाते। वंदन को दुनिया की सबसे पुरानी और सबसे बड़ी हाई-आईक्यू संस्था मेन्सा इंटरनेशनल में शामिल होने का मौका मिला है। यह संस्था सिर्फ उन लोगों को ही चुनती है जो इंटेलिजेंस टेस्ट में टॉप 2% में आते हैं।
अमेरिका के स्कूल में पढ़ता है वंदन
अमेरिका के जॉर्जिया राज्य के सवाना कंट्री डे स्कूल में पहली कक्षा का छात्र है वंदन । पढ़ाई के साथ-साथ उसे खगोल विज्ञान, धार्मिक ग्रंथों और विदेशी भाषाओं में भी गहरी दिलचस्पी है। उसकी बुद्धिमत्ता और ज्ञान की समझ उम्र से कहीं आगे है, जो उसे बाकी बच्चों से अलग बनाती है।
वंदन का सपना है अंतरिक्ष में जाना
वंदन बचपन से ही अंतरिक्ष की दुनिया को लेकर बहुत उत्साहित है। WJCL चैनल से बातचीत में उसने बताया, “मैं शनि ग्रह के चंद्रमा टाइटन पर उतरना चाहता हूं।” उसका सपना है कि वह बड़ा होकर NASA का एक अंतरिक्ष यात्री बने।
मेन्सा ने मानी वंदन की काबिलियत
अमेरिकन मेन्सा ने वंदन की “जटिल जिज्ञासा” को पहचाना है और बताया कि आजकल ऐसे होशियार और युवा सदस्य उनकी सबसे तेजी से बढ़ती श्रेणी हैं। मेन्सा संगठन पढ़ाई से जुड़े कई कार्यक्रम, छात्रवृत्तियां और सम्मान देकर होनहार बच्चों को आगे बढ़ने का मौका देता है।
एक नटखट लेकिन होशियार बच्चा
वंदन की मां रीमा पटेल बताती हैं कि उनका बेटा एक प्यारा, होशियार और थोड़ा शरारती बच्चा है। उसे बाहर खेलना, कार्टून देखना, घुमना और वीडियो गेम खेलना बहुत पसंद है। वो Snapology STEM एक्टिविटीज में भी हिस्सा लेता है और टेनिस भी खेलता है।
स्कूल टीचर भी हैं वंदन की तारीफों में
वंदन की क्लास टीचर एलिजाबेथ डानोश को उसके मेन्सा में चुने जाने पर कोई हैरानी नहीं हुई। उन्होंने कहा, “वंदन का दिमाग बहुत रचनात्मक है। वह हमेशा कुछ नया सीखना चाहता है और अपनी सोच से क्लास में नई ऊर्जा लाता है।”