जयपुर के चौमू में उपद्रव — स्थिति नियंत्रण में
राजस्थान के जयपुर ज़िले के चौमू कस्बे में दो समुदायों के बीच हुए उपद्रव के बाद तनाव बना हुआ है। शुक्रवार सुबह पुलिस ने अब तक 75 लोगों को पत्थरबाजी और हिंसा फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया है और इलाके में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। पूरे शहर को छावनी में तब्दील कर दिया गया है।
क्या हुआ था चौमू में?
पुलिस के अनुसार, गुरुवार रात दो गुटों के बीच एक मामूली विवाद ने सांप्रदायिक रंग ले लिया और देखते ही देखते भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया। कुछ दुकानों में तोड़फोड़ और वाहनों में आगजनी की गई। स्थानीय प्रशासन ने तुरंत अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया और स्थिति को काबू में किया।
राजस्थान पुलिस महानिदेशक उमेश मिश्रा ने बताया कि “स्थिति अब नियंत्रण में है। किसी को भी कानून हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी।”
पुलिस की गिरफ्तारी और हेलीकॉप्टर निगरानी
जयपुर ग्रामीण एसपी ने पुष्टि की कि अब तक 75 उपद्रवी गिरफ्तार किए जा चुके हैं और कई संदिग्धों की पहचान CCTV फुटेज और मोबाइल वीडियो के आधार पर की जा रही है। इलाके में RAF (रैपिड एक्शन फोर्स) तैनात की गई है और पुलिस ने पूरे चौमू शहर में फ्लैग मार्च किया। भीड़भाड़ वाले इलाकों में ड्रोन व हेलीकॉप्टर से निगरानी रखी जा रही है।
प्रशासन की सख्त कार्रवाई
राज्य सरकार ने चौमू और आसपास के इलाकों में इंटरनेट सेवाएं 24 घंटे के लिए अस्थायी रूप से बंद कर दी हैं ताकि अफवाहें न फैलें। जिला मजिस्ट्रेट ने धारा 144 लागू कर दी है। राजस्थान के गृह मंत्री ने कहा, “दोषियों के खिलाफ बिना भेदभाव सख्त एक्शन लिया जाएगा।”
स्थानीय नेताओं और नागरिकों से शांति की अपील
दोनों समुदायों के नेताओं ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शांति की अपील की। स्थानीय विधायक ने भी कहा कि प्रशासन को दोषियों पर कार्रवाई करनी चाहिए लेकिन निर्दोष लोगों को न सताया जाए। वहीं, व्यापारिक संगठनों ने शहर में बंद का आह्वान रद्द कर दिया है।
पुलिस-प्रशासन के अनुसार, चौमू में अभी शांति बनी हुई है लेकिन रणनीतिक तौर पर फोर्स तैनात रहेगी। रविवार तक किसी भी रैली, जुलूस अथवा सामूहिक कार्यक्रम पर रोक रहेगी।



