Success Story: आजकल कई युवा विदेश की बड़ी नौकरियां छोड़कर भारत लौट रहे हैं और अपना खुद का काम शुरू कर रहे हैं। ऐसे ही एक युवा हैं श्रेय शर्मा, जो इंदौर के रहने वाले हैं। उन्होंने आईआईटी खड़गपुर से बीटेक और एमटेक किया और फिर अमेरिका की बड़ी कंपनियों में काम किया।
अमेरिका में रहते हुए, श्रेय ने देखा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग की दुनिया कितनी तेज़ी से बदल रही है। 2016 में जब ओपनएआई की शुरुआत हुई, तब इस तकनीक पर दुनियाभर में प्रयोग होने लगे थे। 2019 तक, जब वे सैन फ्रांसिस्को में थे, तब भारत में भी स्टार्टअप का माहौल बनने लगा था। सरकार नई नीतियां बना रही थी, जिससे टेक इंडस्ट्री को बढ़ावा मिले।
इंदौर में स्टार्टअप की शुरुआत
इसी समय श्रेय ने फैसला किया कि वे भारत लौटकर अपना खुद का स्टार्टअप शुरू करेंगे। 2019 में, वे इंदौर आए और ‘न्यूजेरा’ नाम की कंपनी की शुरुआत की। यह पूरी तरह से जनरेटिव एआई पर काम करने वाली कंपनी थी, जो एआई बेस्ड एप्लिकेशन बनाती थी।
शुरुआत में उनकी टीम ने रिसर्च किया और देखा कि इंटरनेट पर टेक्स्ट, वीडियो और इमेज कंटेंट बहुत तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने इसमें AI का इस्तेमाल करने का फैसला किया और 2022 से पहले ‘न्यूज जीपीटी’ नाम का एक अनोखा न्यूज प्लेटफॉर्म तैयार किया।
‘न्यूज जीपीटी’ खबरें, वो भी तेज़ और सटीक
न्यूज जीपीटी एक ऐसा जनरेटिव एआई प्लेटफॉर्म था, जो खबरों को खुद तैयार करता था और तेजी से लोगों तक पहुंचाता था। इसका सबसे अनूठा फीचर था ऑटोमेटिक फैक्ट-चेकिंग, जिससे गलत खबरों को रोका जा सके।
चैटजीपीटी की तरह यह भी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से चलता था, लेकिन इसकी खास बात यह थी कि इसमें लेटेस्ट घटनाओं की जानकारी भी होती थी। यूजर्स को यह प्लेटफॉर्म आसपास हो रही घटनाओं की तुरंत अपडेट देता था।
बिजनेस की दुनिया में कदम,जेंगो की शुरुआत
न्यूज जीपीटी की सफलता के बाद, श्रेय ने 2022 में ‘जेंगो’ की शुरुआत की। कई कंपनियों ने उनसे संपर्क किया और अपने बिजनेस के लिए कस्टम एआई मॉडल तैयार करने की मांग की। इसके बाद जेंगो ने मैन्युफैक्चरिंग और फाइनेंस सेक्टर के लिए खास AI सॉल्यूशंस बनाना शुरू किया।
आज जेंगो टेक्नोलॉजी, डेटा एनालिटिक्स और मशीन लर्निंग के क्षेत्र में लगातार आगे बढ़ रहा है। कई कंपनियां उनके बनाए कस्टम एआई मॉडल इस्तेमाल कर रही हैं।