Cash Recovery from Labour House: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में एक मजदूर के घर से 14 लाख रुपये नकद मिलने के बाद क्षेत्र में सनसनी फैल गई। यह रकम अटल आवास मधुबन नारियल कोठी में स्थित घर की अलमारी से बरामद की गई। पूरी राशि 500-500 रुपये के नोटों में थी। सूचना मिलने पर पुलिस टीम ने घर में तलाशी अभियान चलाया और पैसे बरामद किए।
कोतवाली थाना क्षेत्र का मामला, मजदूर गिरफ्तार
यह पूरा मामला कोतवाली थाना क्षेत्र से जुड़ा है। पुलिस के अनुसार, मजदूर विजेंद्र बैस के घर में तलाशी के दौरान एक बैग से बड़ी मात्रा में नकद मिला। पूछताछ में विजेंद्र ने कहा कि यह पैसा उसका नहीं है, बल्कि उसकी पत्नी लेकर आई थी। लेकिन महत्वपूर्ण बात यह है कि घटना के बाद से उसकी पत्नी फरार है। पुलिस ने विजेंद्र को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है और पत्नी की तलाश जारी है।
पति-पत्नी पर संदिग्ध गतिविधियों का शक
पुलिस को पहले से जानकारी थी कि विजेंद्र और उसकी पत्नी किसी संदिग्ध काम में शामिल हो सकते हैं। यही कारण था कि पुलिस उनकी गतिविधियों पर नजर रखे हुए थी। विजेंद्र मजदूरी करता है, जबकि उसकी पत्नी लोगों के घरों में बर्तन धोने का काम करती है। इसके बावजूद दोनों पिछले कुछ समय से काफी तेजी से पैसे खर्च कर रहे थे। उन्होंने नई स्कूटी खरीदी थी और एक नया घर भी बनवा रहे थे। इसी वजह से पुलिस को उनकी आय और खर्च के बीच अंतर पर संदेह हुआ।
इतनी बड़ी रकम आखिर आई कहां से?
तलाशी में घर की अलमारी से एक बैग मिला, जिसमें 500-500 रुपये के कई बंडल रखे थे। पुलिस के अनुसार, नोटों से अजीब सी गंध आ रही थी, जिससे लग रहा था कि ये पैसे काफी समय से छिपाकर रखे गए थे। विजेंद्र ने बताया कि उसकी पत्नी अलमारी को कभी छूने नहीं देती थी और हमेशा ताला लगाकर रखती थी। इससे साफ संकेत मिलते हैं कि पैसे उसकी पत्नी के पास कहीं से आए थे और शायद वह किसी बड़े नेटवर्क से जुड़ी हुई हो।
पत्नी की तलाश जारी
असली सच गिरफ्तारी के बाद ही सामने आएगा।फिलहाल पुलिस ने मजदूर विजेंद्र बैस को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि उसकी पत्नी फरार है। पुलिस का कहना है कि पत्नी की गिरफ्तारी के बाद ही असली कहानी सामने आएगी कि यह 14 लाख रुपये कहां से आए, किस काम में लगने थे और इसके पीछे कौन जुड़े हुए हैं। मामला गंभीर होने के कारण पुलिस सभी कोणों से जांच कर रही है।



