Terror Attack Shakes Baisaran, Pahalgam,जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की खबर ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। बायसरन में घूमने आए पर्यटकों पर हुए इस हमले में 26 पुरुषों की जान चली गई। ये हादसा इतना खौफनाक था कि अब लोग सोचने लगे हैं कि क्या कश्मीर जैसी हसीन वादियों में जाना भी अब सुरक्षित है या नहीं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही एक तस्वीर ने लोगों के दिल को छू लिया है, जिसमें एक महिला अपने पति के शव के पास बैठी है। यह तस्वीर लोगों को सोचने पर मजबूर कर रही है कि अब टूरिज्म के नाम पर जान का खतरा भी उठाना पड़ेगा?
बायसरन क्यों है खास?
बायसरन, जिसे ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ भी कहा जाता है, पहलगाम से करीब 5 किलोमीटर दूर स्थित एक हरा-भरा घास का मैदान है। चारों ओर फैले ऊंचे देवदार के पेड़, नीला आसमान और साफ हवा इस जगह को बेहद खास बना देते हैं। गर्मियों में ये जगह हरे मैदानों से घिरी रहती है, जहां लोग पिकनिक मनाने, फोटो खिंचवाने और कश्मीर के लज़ीज खाने का मजा लेने पहुंचते हैं। यह इलाका ऊंचाई पर स्थित है,इसलिए यहां ट्रैकिंग करने का भी एक अलग ही मजा है। लोग बायसरन की तरफ घोड़ों की सवारी से भी जाते हैं, जो वहां का मुख्य आकर्षण है।
ट्रैकिंग के लिए मशहूर है पहलगाम
पहलगाम आने वाले टूरिस्ट तुलियन झील तक ट्रैकिंग जरूर करते हैं। यह झील पहलगाम से करीब 8 से 10 किलोमीटर दूर और 12,100 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। इस ट्रेक का रास्ता बायसरन और कनिमर्ग जैसे घने जंगलों और खूबसूरत मैदानों से होकर गुजरता है। यही वजह है कि श्रीनगर से करीब 2 घंटे की दूरी पर स्थित पहलगाम में सैलानियों की भीड़ लगी रहती है। लोग यहां दूर-दराज से सिर्फ इसकी नेचुरल खूबसूरती को निहारने आते हैं।
आतंकी हमले ने डर पैदा कर दिया
लेकिन इतनी खूबसूरत जगह अब खौफ की वजह बन गई है। माना जा रहा है कि बायसरन का जंगलों से घिरा होना आतंकियों के लिए यहां आना आसान बना देता है। खबरों के अनुसार, जब टूरिस्ट घोड़े की सवारी कर रहे थे या खाने के स्टॉल्स पर खड़े थे, तभी अचानक आतंकियों ने हमला कर दिया। इस हमले ने एक बार फिर ये सवाल खड़ा कर दिया है कि कश्मीर में टूरिज्म कितना सुरक्षित है? और क्या इस तरह की घटनाएं देश की टूरिज्म इंडस्ट्री पर बुरा असर डालेंगी?