Budget 2025 income tax changes-लोकसभा में फाइनेंस मिनिस्टर सीतारमण्य ने घोषणा की इनकम टैक्स पर अगले हफ्ते आएगा एक नया कानून
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट 2025 पर हर किसी की नजर है, लेकिन मध्यम वर्ग और नौकरीपेशा लोगों की उम्मीदें कुछ ज्यादा ही हैं। इसकी दो बड़ी वजहें हैं
एक तो महंगाई से राहत चाहिए, और दूसरी बचत के अच्छे रास्ते चाहिए। लोग काफी समय से इस उम्मीद में हैं कि सरकार आयकर (इनकम टैक्स) में कुछ बड़ी छूट देगी, जिससे उनके हाथ में ज्यादा पैसा बचेगा।हाल के दिनों में चर्चा जोरों पर है कि सरकार नई टैक्स रिजीम में छूट बढ़ा सकती है। सोशल मीडिया और खबरों में यह चर्चा चल रही है कि टैक्स फ्री आय की सीमा 10 लाख तक हो सकती है और 15 लाख तक की आय पर टैक्स घटाकर 15% किया जा सकता है। अगर ऐसा होता है, तो नौकरीपेशा और मध्यम वर्ग के लिए यह बड़ी राहत होगी। अब जानते हैं कि अभी इनकम टैक्स की पुरानी और नई व्यवस्था में कितना टैक्स देना पड़ता है।
नई इनकम टैक्स रिजीम कितना देना पड़ता है टैक्स?
सरकार ने नई इनकम टैक्स व्यवस्था को आकर्षक बनाने के लिए 7 लाख तक की आय को टैक्स फ्री कर रखा है। इसके अलावा, नौकरीपेशा लोगों को 75,000 रुपए का स्टैंडर्ड डिडक्शन भी मिलता है, अभी टैक्स की दरें इस तरह हैं।
3 लाख तक की आय पर कोई टैक्स नहीं
3 से 7 लाख तक की आय पर 5% टैक्स
7 से 10 लाख तक की आय पर 10% टैक्स
10 से 12 लाख तक की आय पर 15% टैक्स
12 से 15 लाख तक की आय पर 20% टैक्स
15 लाख या उससे ज्यादा की आय पर 30% टैक्स
इसके अलावा, इसमें सेस और सरचार्ज भी अलग से देना होता है।
पुरानी इनकम टैक्स रिजीम क्या फायदे हैं?
अगर कोई पुरानी टैक्स व्यवस्था चुनता है, तो उसे 1.5 लाख रुपए तक की बचत (जैसे पीपीएफ, एनएससी, आदि) पर टैक्स छूट मिलती है। टैक्स की दरें इस तरह हैं
2.5 लाख तक की आय पर कोई टैक्स नहीं
2.5 से 3 लाख तक की आय पर 5% टैक्स (60 साल से कम उम्र वालों के लिए)
3 से 5 लाख तक की आय पर 5% टैक्स
5 से 10 लाख तक की आय पर 20% टैक्स
10 लाख से ज्यादा की आय पर 30% टैक्स
इसके अलावा, इसमें भी सेस और सरचार्ज देना पड़ता है।
क्या बजट 2025 में मिलेगा टैक्स में बड़ा फायदा?
अगर सरकार नई टैक्स व्यवस्था में छूट बढ़ाती है, तो मध्यम वर्ग और नौकरीपेशा लोगों के लिए यह बड़ी राहत होगी। 10 लाख तक की आय टैक्स फ्री होने और 15 लाख तक की आय पर सिर्फ 15% टैक्स लगने से लोगों के हाथ में ज्यादा पैसा बचेगा। अब देखना यह है कि वित्त मंत्री बजट में क्या नया ऐलान करती हैं।