प्रधानमंत्री Narendra Modi ग्रेटर नोएडा के एक्सपो मार्ट पहुंचे हैं. जहां वे सेमीकंडक्टर इंडिया 2024 (Semiconductor India 2024) का उद्घाटन करने वाले हैं, यह तीन दिवसीय कार्यक्रम है जिसका उद्देश्य सेमीकंडक्टर विनिर्माण और आविष्कार के लिए वैश्विक मक्का बनने के लिए भारत की रणनीति और नीति को रेखांकित करना है.
शामिल होने से पहले, उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ एक्सपो मार्ट में सेमीकंडक्टर और संबद्ध तकनीकों को प्रदर्शित करने वाली प्रदर्शनियों को देखने के लिए समय निकाला.
Semiconductor India 2024 क्या है?
इस सम्मेलन में वैश्विक सेमीकंडक्टर उद्योग से शीर्ष निदेशकों, विशेषज्ञों और कंपनियों के शामिल होने की उम्मीद है.
सरकारी सूत्रों के अनुसार, 250 से अधिक मेले और 150 वक्ता हिस्सा लेंगे, जो सेमीकंडक्टर क्षेत्र में भारत के बढ़ते प्रभाव को दर्शाता है.
भारत सरकार देश की सेमीकंडक्टर क्षमताओं को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठा रही है. दिसंबर 2021 में शुरू किया गया भारतीय सेमीकंडक्टर मिशन (आईएसएम) इस अभियान का एक प्रमुख हिस्सा है, जिसे 76,000 करोड़ रुपये के प्रोत्साहन पैकेज और विनिर्माण संयंत्रों की स्थापना के लिए पूंजीगत व्यय पर 50 प्रतिशत की छूट द्वारा समर्थित किया गया है. माइक्रोन, टाटा-पीएसएमसी, सीजी पावर और केनेस टेक्नोलॉजी जैसी कंपनियों ने पहले ही भारत में सेमीकंडक्टर इकाइयां स्थापित करने की योजना बनाई है.
PM Modi ने मेहनती नेताओं से मुलाकात की
इस आयोजन से पहले 10 सितंबर को प्रधानमंत्री मोदी ने अपने घर पर सेमीकंडक्टर मेहनती नेताओं के साथ एक संगोष्ठी चर्चा की. बैठक में सेमी, माइक्रोन, एनएक्सपी, पीएसएमसी, आईएमईसी और रेनेसास जैसे प्रमुख संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ-साथ स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया सैन डिएगो और आईआईटी के अकादमिक विशेषज्ञ शामिल थे.
चर्चा के दौरान, मोदी ने सेमीकंडक्टर क्षेत्र में भारत की संभावनाओं पर जोर दिया, देश के ढांचे के विकास, समावेशी विकास और निवेश को आकर्षित करने के लिए अनुपालन बोझ को कम करने पर ध्यान केंद्रित किया. उन्होंने वैश्विक सेमीकंडक्टर बल श्रृंखला में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनने की भारत की संभावना को रेखांकित किया. सेमीकॉन इंडिया 2024 वैश्विक सेमीकंडक्टर भूगोल में एक अग्रणी शक्ति बनने की दिशा में भारत की यात्रा में एक महत्वपूर्ण घटना होने जा रही है, जो भारत को एक प्रमुख सेमीकंडक्टर मक्का में बदलने के प्रधानमंत्री मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप है.