Delhi Weather दिल्ली में मौसमी उतार-चढ़ाव का दौर जारी है और बृहस्पतिवार को तेज वर्षा होने की पूरी संभावना जताई जा रही है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहेंगे और दिन के अधिकांश समय धूप की कमी रहेगी। सुबह से दोपहर के बीच एक-दो दौर हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है। यह बारिश राजधानी की गर्मी से राहत दिलाएगी और तापमान को सामान्य से नीचे बनाए रखेगी।
स्वतंत्रता दिवस पर हल्की वर्षा और धूप-छांव का साथ
शुक्रवार, 15 अगस्त को देशभर में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राजधानी दिल्ली में भी मौसम का खास मिजाज देखने को मिल सकता है। पूर्वानुमान के अनुसार, इस दिन हल्की वर्षा होने के आसार हैं, लेकिन इसकी तीव्रता ज्यादा नहीं होगी। सुबह से दोपहर के बीच एक-दो बार और शाम से रात के बीच भी हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। इस दौरान आसमान में बादलों की लुकाछिपी का खेल जारी रहेगा और कुछ-कुछ समय के लिए धूप भी झलक दिखा सकती है।
बुधवार को नहीं हुई वर्षा, पर रहा मिला जुला मिजाज
बुधवार को दिल्ली का मौसम मिला-जुला रहा। दिनभर कभी बादल छाए तो कभी धूप निकलती रही। हालांकि मौसम विभाग ने बारिश की संभावना जताई थी, लेकिन किसी भी इलाके में वर्षा दर्ज नहीं हुई। अधिकतम तापमान 35.0 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 0.8 डिग्री अधिक था, जबकि न्यूनतम तापमान 26.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 0.2 डिग्री कम था। हवा में नमी का स्तर सुबह 91 प्रतिशत और शाम को 60 प्रतिशत तक दर्ज किया गया, जिससे हल्की उमस महसूस हुई।
20 अगस्त तक हर दिन हल्की बारिश के आसार
IMD के साप्ताहिक पूर्वानुमान के अनुसार, 20 अगस्त तक राजधानी में प्रतिदिन हल्की वर्षा की संभावना बनी हुई है। इस दौरान आसमान ज्यादातर बादलों से घिरा रहेगा और अधिकतम तापमान 32 से 33 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। न्यूनतम तापमान 24 से 25 डिग्री सेल्सियस तक रहेगा। हालांकि, यदि धूप तेज निकली तो उमस लोगों को परेशान कर सकती है।
वायु गुणवत्ता फिलहाल बेहतर
मौसम में बदलाव का असर दिल्ली की हवा की गुणवत्ता पर भी साफ दिख रहा है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, बुधवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 120 रहा, जिसे मध्यम श्रेणी में रखा जाता है। एनसीआर के अन्य शहरों में भी हवा की गुणवत्ता संतोषजनक से मध्यम स्तर पर बनी हुई है। विशेषज्ञों का कहना है कि फिलहाल प्रदूषण स्तर में किसी बड़ी वृद्धि की संभावना नहीं है, जिससे लोगों को सांस संबंधी समस्याओं से राहत मिलेगी।