UP Weather: उत्तर प्रदेश में इन दिनों ठंड और कोहरे ने लोगों की मुश्किलें काफी बढ़ा दी हैं। रात और सुबह के समय हालात सबसे ज्यादा खराब बने हुए हैं। कई इलाकों में इतना घना कोहरा छा रहा है कि सड़कों पर कुछ मीटर आगे देख पाना भी मुश्किल हो गया है। वाहन चालकों को खास सावधानी बरतनी पड़ रही है, वहीं आम लोगों का घर से बाहर निकलना भी परेशानी भरा हो गया है।
मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश में अगले एक सप्ताह तक ठंड से राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। न्यूनतम तापमान लगातार नीचे जा रहा है और कई जिलों में पारा 10 डिग्री सेल्सियस से भी नीचे पहुंच चुका है। ठंडी हवाओं और नमी के कारण कोहरे की समस्या और ज्यादा गंभीर होती जा रही है।
25 से 27 दिसंबर तक ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग ने 25 से 27 दिसंबर के बीच पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इस दौरान कुछ जिलों में घना से लेकर अत्यंत घना कोहरा छाने की संभावना जताई गई है। खासकर सुबह के समय दृश्यता बहुत कम हो सकती है, जिससे सड़क और रेल यातायात प्रभावित होने का खतरा है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि जरूरी न हो तो सुबह जल्दी यात्रा से बचें।
28 दिसंबर के लिए येलो अलर्ट
इसके अलावा 28 दिसंबर को लेकर मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है। इन दिनों भी पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में घना कोहरा देखने को मिल सकता है। हालांकि स्थिति ऑरेंज अलर्ट जैसी गंभीर नहीं होगी, लेकिन फिर भी सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
बाराबंकी बना प्रदेश का सबसे ठंडा जिला
ठंड के मामले में इस समय बाराबंकी उत्तर प्रदेश का सबसे ठंडा जिला रिकॉर्ड किया गया है। यहां न्यूनतम तापमान 4.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जिससे लोग ठिठुरने को मजबूर हैं। इसके अलावा इटावा में न्यूनतम तापमान 6.4 डिग्री, शाहजहांपुर में 6.5 डिग्री, कानपुर नगर में 7 डिग्री और बुलंदशहर में भी 7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि जब तक पश्चिमी विक्षोभ का असर नहीं बदलता, तब तक ठंड और कोहरे से राहत मिलना मुश्किल है। ऐसे में लोगों को गर्म कपड़े पहनने, बच्चों और बुजुर्गों का खास ख्याल रखने और कोहरे में वाहन चलाते समय सावधानी बरतने की जरूरत है।
