Madhepura News: कॉलगर्ल स्प्लायर महिला के पास से मधेपुरा डीएसपी का मोबाइल बरामद होने की चर्चा के बाद पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है. इससे जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है. इधर, इस मामले में मधेपुरा के एसपी राजेश कुमार ने बताया कि मुझे इस मामले की कोई जानकारी नहीं है. जबकि वायरल वीडियो में महिला ने आरोप लगाया है कि वो पुलिस के वरीय पुलिस अधिकारियों के पास लड़की की सप्लाई करने का काम करती है. अभी तक कई वरीय पुलिस अधिकारी के पास लड़की सप्लाई कर चुके है.
पुलिस सूत्रों का कहना है कि कुछ दिन पूर्व मधेपुरा के एसपी का मोबाइल चोरी हो गया था. एसपी के मोबाइल चोरी होने के बाद पुलिस के सीनियर अधिकारी उसकी तलाश में जुट गए. इसी क्रम में पुलिस ने एक महिला को गिरफ्तार कर ली. गिरफ्तारी महिला ने मधेपुरा के एक डीएसपी समेत कई पुलिस अधिकारी को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है. हालांकि न्यूज1इंडिया इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है. लेकिन वायरल वीडियो में महिला ने पुलिस अधिकारी को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
महिला का आरोप डीएसपी के घर लड़की पहुंचाया करते थे
महिला ने आरोप लगाया है कि डीएसपी अमर कांत चौबे के पास मैं लड़की पहुंचाने का काम किया करती थी. एक घंटा के लिए लड़की को छोड़ने पर वो मुझे 300 रुपया दिया करते थे और तीन चार घंटा के लिए लड़की को छोड़ने पर वो मुझे 500 रुपया दिया करते थे. तय हुआ था इसके अतिरिक्त वो मुझे 200 रुपया प्रति दिन दिया करेंगे. लेकिन, वो अब मेरा पैसा तो नहीं दे रहे थे. लड़की का भी पैसा देना बंद कर दिया था. इसके कारण ही हमने अपना पैसा वसूलने के लिए मोबाइल चुरा लिया था.
दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो सहरसा डीआईजी कार्यालय में बनाया गया है. वायरल वीडियो में महिला ने दावा किया है कि मधेपुरा सदर अस्पताल के सामने रहने वाले डीएसपी मुख्यालय के आवास पर एक लड़की भेजी थी. वही लड़की ने मोबाइल चोरी कर उसे दिया था. महिला ने दावा किया है कि वह कई और पुलिस अधिकारी के पास भी लड़की भेजा करती है.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, मधेपुरा एसपी राजेश कुमार हाल में छुट्टी पर गए थे. उनके अवकाश पर रहने के कारण मुख्यालय डीएसपी अमरकांत चौबे एसपी के चार्ज में थे. इसी क्रम में महिला के आरोप के अनुसार डीएसपी साहेब ने एक कॉलगर्ल को अपने आवास पर बुलाया. लेकिन उसे उसका रेट नहीं मिलने पर वह तकिये के नीचे रखे मोबाइल ही लेकर चली गयी. इसी क्रम में डीआईजी शिवदीप लांडे ने प्रभारी एसपी को फोन किया. लेकिन वह फोन बंद मिला. इसपर एसपी साहब का मोबाइल को डीआईजी ने सर्विलांस पर ले लिया. मोबाइल का लोकेशन सहरसा में देख डीआईजी साहब भी सकते में आ गए. आनन फानन में मोबाइल बरामद किया गया और महिला से जब पूछताछ हुआ तो सारा मामला सामने आ गया.