Eye Care Tips: सर्दियों का मौसम आते ही दिल्ली एनसीआर की आबोहवा बहुत खराब होने लगता है, जिससे हमारी आंखों पर इसका काफी प्रभाव पड़ता है. हवा खराब होने के कारण आंखों से जुड़ी परेशानियां होने लगती हैं. दरअसल, सर्दी के मौसम में प्रदूषण बढ़ने से वातावरण में स्मॉग, फॉग और धुएं का मिश्रण बढ़ जाता है. इससे आंखों में कई तरह की समस्याएं होने लगती हैं.
बढ़ते प्रदूषण से हो जाती है आंखों में सूजन
आई रोग विशेषज्ञों का कहना है कि, दिवाली के बाद का समय आंखों से जुड़ी समस्याओं के लिए सबसे खराब समय होता है. अब आपको बताते है कि प्रदूषण और ठंड में आंखों को किस तरह से सुरक्षित रखें. आई रोग विशेषज्ञों के अनुसार, आंखों को स्वस्थ रखने के लिए शरीर को हाइड्रेट रखना चाहिए, इसके लिए दिन में 8 से 10 गिलास पानी पीने से आंखें नम रहती हैं और रूखेपन की समस्या नहीं होती है.
कम से कम 7-8 घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए
स्मॉग से हमारी आंखों में सूजन की संभावना बढ़ जाती है, जो दिन में 2-3 लीटर पानी पीने से कम हो सकती है. अगर आप किसी काम से बाहर जा रहे हैं तो अपनी आंखों की सुरक्षा के लिए शेड या चश्मा के यूज करना चाहिए. यदि आप टू व्हीलर से बाहर निकलते हैं तो शेयर जरूर पहना चाहिए. कुछ लोगों की आदत होती है कि वे थके होने पर बेवजह अपनी आंखें मलते रहते है. आंखों को आराम देने के लिए कम से कम 7-8 घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए।
बेवजह मोबाइल फोन-लैपटॉप का यूज न करें
ऐसा नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे आंख के लेंस और कॉर्निया को नुकसान पहुंच सकता है. आंखों में नमी बनाए रखने के लिए आप आई ड्रॉप का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके लिए आप अपने डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं. काम खत्म होने के बाद जब तक जरूरी न हो, मोबाइल फोन-लैपटॉप आदि से दूरी बनाकर रखनी चाहिए. लैपटॉप और मोबाइल की स्क्रीन देखने से आंखों में ड्राइनेस होती है फिर ये दर्द करने लगती है.
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