प्रदेश की योगी सरकार की अध्यक्षता में शुक्रवार को यूपी सरकार की बड़ी कैबिनेट बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में प्रयागराज, आगरा और गाजियाबाद में भी पुलिस कमिश्नर सिस्टम लागू करने का प्रस्ताव पास हो गया है। प्रदेश की राजधानी लखनऊ के अलावा कानपुर, वाराणसी और नोएडा में यह व्यवस्था पहले से लागू है। अब यूपी में 7 शहरों मे पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू हो गई है।
वहीं अब आगरा, गाजियाबाद व प्रयागराज में पुलिस कमिश्नर प्रणाली की कमान संभालने के लिए शुरुआत में पांच- पांच आइपीएस अधिकारियों की तैनाती की जाएगी। डीजीपी मुक्याल्य से भेज गए प्रस्ताव के अनुरूप तीनों नई पुलिस कमिश्नरेट में प्रांतीय पुलिस सेवा संवर्ग के अधिकारियों की संख्या व जिम्मेदारी बढ़ाई गई है।
पुलिस उपायुक्त संभालेंगे जोन की जिम्मेदारी
- तीनों ही कमिश्नरेट मे एक-एक मुख्य अग्निशमन अधिकारी व सहायक रेडियो अधिकारी भी तैनात होंगे।
- तीनों पुलिस कमिश्नरेट में पुलिस आयुक्त के अलावा डीआइजी अथवा एसपी को एक- एक संयुक्त पुलिस आयुक्त तथा एसपी स्तर के तीन-तीन पुलिस उपायुक्त की तैनाती होगी।
- जोन की जिम्मेदारी पुलिस उपायुक्त संभालेंगे। इसके अलावा आगरा में पुलिस अधीक्षक स्तर के तीन अपर पुलिस उपायुक्त तथा पुलिस उपाधीक्षक स्तर के 22 अपर पुलिस आयुक्त तैनात होंगे।
- ऐसे ही गाजियाबाद में तीन अपर उपायुक्त व 17 सहायक पुलिस आयुक्त तथा प्रयागराज में चार अपर पुलिस
- उपायुक्त तथा 22 सहायक पुलिस आयुक्त तैनाती का प्रस्ताव है।
- तीनों कमिश्नरेट में अधिकारियों की तैनाती को लेकर तेज हुईं अटकलें
एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार तीनों नई पुलिस कमिश्नरेट में अपराध, मुख्यालय, महिला सुरक्षा, यातायात, अभिसूचना, पुलिस लाइन व ऐसी अन्य शाखाओं की जिम्मेदारी सहायक पुलिस आयुकत संभालेेंगे। इसके अलावा पुलिस आयुक्त के पदों पर आइजी स्तर के अधिकारियों को तैनाती दिए जाने की तैयारी है। तीनों कमिश्नरेट में अधिकारियों की तैनाती को लेकर भी चर्चाएं तेज हो गई है। आइजी प्रवीण त्रिपाठी, रमित शर्मा, डा.प्रीतिंदर सिंह व अजय मिश्रा को पुलिस आयुक्त बनाए जाने की संभावनाएं जताई जा रही हैं।