उत्तर प्रदेश के हरदोई में दुष्कर्म के बाद एक युवती की हत्या करने का मामला सामने आया है। जहां पीड़िता के साथ रेप के बाद हत्या कर शव को दफना दिया गया था। पुलिस ने इस मामलें में दो आरोपियों को पकड़ कर एक के पैर में गोली मारी दी। वहीं पुलिस की मुठभेड़ की खबर सुनकर आरोपी के पिता की हार्ट अटैक से मौत हो गयी।
11 दिन से लापता थी युवती
उत्तर प्रदेश से फिर एक ऐसा मामला सामनें आया है। जो यूपी में महिला की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर रहा है। यूपी के हरदोई में 11 दिन से लापता एक युवती का शव गन्ने की खेत में मिलने से सनसनी मच गयी है। आपको बता दें,11 दिन पहले युवती घर से मजार जाने की बात कह कर निकली थी। जिसके बाद वह घर नहीं लौटी। घर वापस नहीं लौटने पर युवती के परिजनों ने मझिला थाना क्षेत्र में एफआईआर दर्ज कराई। लेकिन परिजनों का कहना है की पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की।
पुलिस लापरवाही को छुपाने का प्रयास कर रही
11दिन बाद जब पुलिस इस मामले की हरकत में आई तो इस पूरी घटना का खुलासा हुआ। जिसके बाद आरोपी को पुलिस द्वारा पकड़ लिया गया। और आरोपी की निशानदेही पर गन्ने के खेत से युवती के शव को बरामद किया गया। पुलिस ने उसके बाद दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। जिसमें से एक के पैर में पुलिस ने गोली मार दी। आरोपी के गोली मारे जाने की खबर जब उसके पिता को मिली तो उनकी हार्ट अटैक से मौत हो गई। जिसके चलते अब पुलिस अपनी लापरवाही को छुपाने का प्रयास कर रही है।
पूरे मामले का विवरण
मामला 22 नवंबर की शाम करीब 5 बजे का है। जब एक 22 वर्षीय युवती घर से मजार जाने की बात कहकर निकली थी। जिसके बाद वह अपने घर ही नहीं पहुंची। परिजनों ने जब खोजबीन के बाद थाने में FIR दर्ज कराई तो बेगूसराय हाथीपुर का रहने वाला प्रदीप का नाम सामने आया। परिजनों का कहना है की प्रदीप एक ट्रैक्टर चलाता है वह उनकी बेटी को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया है। 11 दिनों बाद जब पुलिस ने शनिवार को प्रदीप को हिरासत में लिया तो सारी कड़ियाँ खुलने लग गयी। प्रदीप ने गिरफ्तारी के बाद गन्ने के खेत में युवती को दफन करने की बात को स्वीकारा जिसके बाद उसकी निशानदेही पर युवती के शव को बरामद किया गया। इसके बाद पुलिस ने प्रदीप और ट्रैक्टर मालिक इरफान को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी के पिता की हार्ट अटैक से मौत
पूरे मामले में पुलिस की लापरवाही सामने आई है।हरदोई पुलिस ने इरफान के पैर में गोली मार दी, और उसको शाहबाद के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। जहां उसकी हालत को नाजुक देखते हुए उसको हरदोई के मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। पुलिस द्वारा आरोपी के गोली मारे जाने की खबर जब आरोपी इरफान के पिता फारुख को लगी तो उनकी सदमे में हार्ट अटैक से मौत हो गई।