रेलवे मंत्रालय के अनुसार इस वर्ष अब तक रेलवे को माल ढुलाई से 166923 करोड़ रुपये की कमाई हुई है, जो पिछले साल की तुलना में 10 गुना तक अधिक यानी 38194 करोड़ है।बताते चलें कि 2021 में कोरोना की वजह से रेलवे की अनारक्षित सेवा प्रभावित हुई थी। जो अब पटरी में आनें लगी है।
पहले के मुकाबले 10 गुना तक अधिक माल की ढुलाई
रेलवे ने इस वर्ष अब तक माल ढुलाई से खूब कमाई की है। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दिसंबर 2022 तक माल ढुलाई से 1,20,478 करोड़ रुपये की कमाई की। जो की पहले के मुकाबले 10 गुना तक अधिक माल की ढुलाई है। बताते चलें की रेलवे को इस साल सबसे अधिक कमाई कोयले से हुई है। गौरतलब है कि मंत्रालय ने माल ढुलाई का लक्ष्य तय किया गया है और रेल मंत्री स्वयं इसको मोनिटर कर रहे हैं।वहीं रेलवे ने 22 दिसंबर तक 1109.38 मैट्रिक टन की माल ढुलाई की, जो पिछले साल की लोडिंग यानी 1029.96 मैट्रिक टन की तुलना में 08 प्रतिशत अधिक है।
पिछले वर्ष इसी अवधि में 28,569 करोड़ रुपये की आय
रेल मंत्रालय के अनुसार ‘हंग्री फॉर कार्गो’ के मंत्र का पालन करते हुए भारतीय रेल ने व्यवसाय करने में प्रतिस्पर्धी कीमतों पर सेवा वितरण में सुधार के लिए निरंतर प्रयास किए हैं, जिसके परिणाम स्वरूप रेलवे में पारंपरिक और गैर-पारंपरिक कमोडिटी दोनों धाराओं से नया ट्रैफिक आ रहा है। वहीं यात्री खंड में रेलवे की राजस्व आय में 71 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। रेलवे ने आरक्षित यात्री सेवा से 46 प्रतिशत और अनारक्षित यात्री सेवा से 381 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। अप्रैल से दिसंबर 2022 के दौरान शुरुआती आधार पर भारतीय रेलवे के लिए यात्री खंड में कुल अनुमानित आय 48,913 करोड़ रुपये रही। पिछले वर्ष इसी अवधि में 28,569 करोड़ रुपये की आय हुई थी।
जाने किस से हुई कितनी कमाई
रेलवे में इस साल सबसे ज्यादा कमाई कोयले से हुई है। इससे करीब 5800 करोड़ की कमाई हुई है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 1200 करोड़ ज्यादा है। वहीं, सीमेंट से करीब 4917 करोड़ की कमाई हुई है जो गत वर्ष की तुलना में 649 करोड़ ज्यादा है। क्लींजर से 3428 करोड़ रुपये की कमाई हुई है, जो गत वर्ष की तुलना में 448 करोड़ ज्यादा और फर्टिलाइजर 4891 करोड़ रुपये की कमाई जो गत वर्ष की तुलना में 762 करोड़ ज्यादा है।
बताते चलें कि 2021 में कोरोना की वजह से रेलवे की अनारक्षित सेवा प्रभावित हुई थी।