लखनऊ: समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ लखनऊ में एफआईआर दर्ज की गई है. स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरित मानस पर विवादित बयान दिया था. इस मामले में हजरतगंज थाने में मामला दर्ज किया गया है. समाजवादी पार्टी ने पहले ही इसे मौर्य का निजी विचार बताते हुए पूरे विवाद से किनारा कर दिया है. लेकिन रामचरितमानस पर विवादित बयान देकर स्वामी प्रसाद मौर्य कानूनी मुश्किल में फंस गए हैं
स्वामी प्रसाद के खिलाफ आईपीसी की धारा 295 ए ,298, 504, 505(2),153 ए के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया है. उनके खिलाफ ऐशबाग के शिवेंद्र मिश्रा ने मुकदमा कराया है. एफआईआर के बाद यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अखिलेश यादव से सवाल किया कि विवादित बयान देने के इतनी देर बाद भी उन्होंने न तो इसकी निंदा की है न कुछ कहा है. तो क्या ये समझा लेना चाहिए कि बयान स्वामी प्रसाद मौर्य का नहीं खुद अखिलेश का है.
मौर्य ने रामचरितमानस पर दिया विवादित बयान
स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस पर विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा कि रामचरितमानस की कुछ पंक्तियों में अगर जाति, वर्ण और वर्ग के आधार पर समाज के किसी वर्ग का अपमान किया गया है तो निश्चित रूप से यह धर्म नहीं है. यह अधर्म है, जो बीजेपी ही नहीं संतों को भी हमले के लिए आमंत्रित कर रही है. रामचरित मानस की कुछ पंक्तियों में जातियों के नामों का उल्लेख है जिससे इन जातियों के करोड़ों लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं. इसके साथ ही मौर्य ने इन पंक्तियों पर प्रतिबंध लगाने की भी मांग की थी.
विवादित बयान के बाद मुश्किलों में फंसे मौर्य
समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य द्वारा रामचरितमानस पर की गई विवादित टिप्पणी का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है. अलीगढ़ में भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा द्वारा क्वार्सी थाना पहुंचकर मौर्य के विरुद्ध मुकदमा लिखवाने के लिए एक तहरीर दी गई है. भाजयुमो जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र लोधी ने कहा कि सपा मुखिया अखिलेश यादव श्री कृष्ण को अपना वंशज मानते हैं और अपना आदर्श मानते हैं. वहीं, उनके नेता स्वामी प्रसाद मौर्य रामचरितमानस पर विवादित टिप्पणी कर रहे हैं। मौर्य के लिए धर्मेंद्र लोधी ने कहा, ऐसे अधर्मियों को जो राक्षस प्रवृत्ति के लोग हैं, उनको कुचलना बहुत जरूरी है.
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