रामनगरी अयोध्या में तपस्वी छावनी के संत परमहंस ने एक बार फिर भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किए जाने की मांग उठाई है। अपनी मांग के समर्थन को मजबूती देने के लिए अयोध्या के संतो और हिंदू संगठनों की उन्होंने धर्म संसद भी बुलाई। तपस्वी छावनी में बुलाई गई इस बैठक में बड़ी संख्या में साधु संत समाज के लोग उपस्थित थे। आयोजित इस सभा में संत परमहंस ने चेतावनी भी दी कि अगर 2023 के पहले भारत को हिंदू राष्ट्र नहीं घोषित किया गया तो वह अन्न जल त्याग करके आमरण अनशन करेंगे।
आपको बता दें कि इसके पहले भी तपस्वी छावनी के संत परमहंस 16 दिन तक आमरण अनशन पर बैठ चुके है। इसके बाद उन्होंने दोबारा हिंदू राष्ट्र के लिए जल समाधि लेने की घोषणा की थी लेकिन अयोध्या पुलिस प्रशासन की सक्रियता के चलते वह ऐसा कुछ नही कर पाए थे। इसके बाद उन्होंने अपनी मांग को मजबूती देने के लिए देश के कई धार्मिक स्थानों का भ्रमण किया था। संत परमहंस कहते है, ‘उन्हे कहा गया था कि राज्यसभा में बहुमत नहीं है बहुमत मिलने के बाद उनकी मांग पर विचार किया जाएगा जिस तरह जीने के लिए आक्सीजन जरूरी है उसी तरह सनातन धर्म को बचाने के लिए हिंदुओ को बचाना जरूरी है’। इसीलिए उन्होंने भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग उठाई है।
तपस्वी छावनी के संत परमहंस ने कहा कि, ‘अगर 7 नवंबर 2023 के पहले भारत हिंदू राष्ट्र घोषित नहीं हुआ तो मैं तपस्वी छावनी पीठाधीश्वर जगतगुरु परमहंस आचार्य अन्य जल का परित्याग करके भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित कराने के लिए आमरण अनशन करूंगा और हमारे साथ सभी अखाड़े रहेंगे, सभी संत रहेंगे और सभी हिंदूवादी संगठन 100 करोड़ हिंदू रहेंगे अगर फिर भी हिंदू राष्ट्र नहीं बना तो हम सब हथियार के बल से हिंदू राष्ट्र घोषित कर आएंगे क्योंकि दुनिया में 157 ईसाइयों के देश है 57 मुसलमानों के देश है लेकिन हिंदुओं का एक भी देश नहीं है। देश का बंटवारा भी धर्म के आधार पर हुआ था। मुसलमानों को बांग्लादेश, पाकिस्तान मिला जो इस्लामिक राष्ट्र बन गया। कम से कम बंटवारे के बाद बचा हुआ भूभाग हिंदू राष्ट्र घोषित होना चाहिए यह आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के कार्यकाल में संभव है’।