हाल ही में बॉलीवुड अभिनेता सैफ अली खान और प्रभास की फिल्म ‘आदिपुरुष’ आने वाली है। साउथ सुपरस्टार प्रभास और सैफ अली खान की अपकमिंग मूवी आदिपुरुष का फर्स्ट लुक जारी होते ही विवाद शुरू हो गया है।ये विवाद दिन पर दिन बढ़ता जा रहा हैं.फिल्म के टीजर की बात करे तो उसमे प्रभास और कृति सेनन को राम और माँ सीता के रोल में दिखाया गया है वैसे तो उन्हें लोगो ने बेहद पसंद किया है, लेकिन रावण के रोल में दिख रहे सैफ अली खान और हनुमान बने देवदत्त गजानन नागे के लुक को लेकर लोगो ने नाराजगी जाहिर की है।
महाभारत के दुर्योधन पुनीत इस्सर
लोगो ने सैफ अली का रावण लुक और हनुमान जी को चमड़े का बेल्ट पहने दिखाना, सैफ अली खान के कैरेक्टर लंकेश के लुक को रावण कम खिलजी ज्यादा बताया है. इस पर ‘महाभारत के दुर्योधन’ पुनीत इस्सर ने अपनी राय दी हैं. पुनीत ने ये कहा – ‘एक फिल्म निर्माता क्रिएटिव लिब्रर्टी के नाम पर हमारे इतिहास का खंडन नहीं कर सकता है. एक रावण, जो चार वेदों और 6 शास्त्रों का ज्ञाता था, उससे बड़ा महान शिव भक्त कोई हुआ ही नहीं है .अगर उसके माथे में तिलक नहीं लगा हो, तो वो रावण कैसे हो गया.’
आप रावण को तालिबानी क्यों दिखा रहे हैं
आगे कहा पुनीत ने – ‘आप इतनी लिबर्टी तो नहीं ले सकते हैं ना. मैं बस उन्हीं मेकर्स से पूछना चाहूंगा कि क्या उनमें ये क्षमता है कि वो सिख गुरुओं को बिना मूंछ के दिखा सकते हैं? या जीसस क्राइस्ट को क्लीन शेव में दिखा सकते हैं? तो फिर रावण के साथ ऐसा क्यों हुआ है. वो तो बिलकुल अलाउद्दीन खिलजी और तैमूर की तरह लग रहा है. मैं तो कहूंगा कि जनता का जो आक्रोश है, वो कहीं से भी गलत नहीं है. मेकर्स को थोड़ा इन सब चीजों का ध्यान रखना चाहिए.’ वो वही नहीं रुके बल्कि उन्होंने आगे कहा- ‘टीजर में भगवान राम को मूंछ दे रहे हैं, लेकिन रावण के बाल कटे हुए, स्पाइक्स लुक दे रहे हैं. वो तो बिलकुल तालिबानी लग रहा है. आप रावण को तालिबानी क्यों दिखा रहे हैं.
बाकी कौम की मजहब के खिलाफ कोई खिलवाड़ नहीं
देखिए और समझिये मैं कोई भी कट्टरवादी बात नहीं कर रहा हूं. मुझे जो दिखा है, वो सही नहीं है. कुछ दिन पहले ही ओटीटी प्लेटफॉर्म पर एक वेबसीरीज आई थी, जिसे कुणाल कोहली ने डायरेक्ट की थी, वो नहीं चली.’पुनीत बोले- ‘भगवान राम को आपने लोगों के कपड़े पहनाए हैं. ऐसा क्यों करते हैं भाई. देखिए लोगों के मन मस्तिष्क में राम आज भी बसे हुए हैं, उनको लेकर श्रद्धा भावना है. और आप ऐसा करेंगे, तो इसका गुस्सा तो जाहिर निकलेगा ही. हमारे देश में सबसे बड़ी दिक्कत यही है कि हम बाकी कौम की मजहब के खिलाफ कोई खिलवाड़ नहीं कर सकते हैं क्योंकि उनके गुस्से को आप बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं. क्योंकि आप इससे डरते हैं, तो क्या हिंदू जो है, वो मंदिर का घंटा है, जिसे कोई आकर बजाकर चला जाए. ये बिलकुल नहीं होना चाहिए था.’