काशी हिंदू विश्वविद्यालय आयुर्वेद संकाय के छात्र पिछले 13 दिनों से कुलपति आवास के सामने अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं। परंतु अभी भी छात्रों को कोई लिखित आश्वासन नहीं मिलने के कारण छात्र आज गुना आंदोलित हो गए और आयुर्वेद संकाय का ओपीडी और राष्ट्रीय क्षार सूत्र चिकित्सा संसाधन केंद्र को बंद कर ताला जड़ दिया। आयुर्वेद संकाय के छात्रों का कहना है कि अभी तक 13 दिन बीतने के बाद भी हम लोगों को किसी भी प्रकार का लिखित नहीं मिला सिर्फ मौखिक आश्वासन दिया जा रहा है जो पिछले कई वर्षों से दिया जा रहा है।
पिछले 36 घंटा का हम लोगों ने बीएचयू प्रशासन को चेतावनी दिया था जब हम लोगों ने आयुर्वेद का ओपीडी बंद किया था कि अगर हमारी बातों पर गंभीरता से विचार नहीं किया जाएगा तो हम लोग पुणे ओपीडी बंद करने का कार्य करेंगे। हवाई छात्रों का कहना है कि 36 घंटे बाद भी किसी प्रकार का कार्यवाही ना होने के बाद हम लोगों ने ओपीडी को पुनः बंद कर दिया है जिसका पूरे जिम्मेदारी बीएचयू प्रशासन की है।
वहीं धरने पर बैठे छात्रों का कहना है कि जो भी डिलीवरी या गंभीर मरीज है उन्हें हम लोग नहीं रोक रहे हैं इन लोगों का कार्य किया जा रहा है परंतु अगर हमारी बातें नहीं मानी गई तो हम लोग आज से ओपीडी पूर्ण रूप से बंद करके अनिश्चितकालीन धरना ओपीडी पर भी चालू हो जाएगा। धरना कर रहे छात्रों का कहना है कि मालवीय जी की बगिया में बी.एच.यू. प्रशासन द्वारा प्रताड़ित आयुर्वेद संकाय के छात्रों द्वारा अनिश्चितकालीन धरना अनिश्चिकालीन ओपीडी सेवाएँ बन्द कर दिया गया है।
छात्रों ने कहा कि हमारी पहली और आखिरी माँग “आयुर्वेद संकाय में नियमानुसार पी. जी. सीटों की बढोतरी हो, जो कि पिछले 15 वर्षो से रूकी हुई है।” छात्रों ने कहां की ओपीडी में आने वाले मरीजों को होने वाली असुविधा के लिए हमें दुःख है। कृपया ओपीडी में आने के लिए किसी न किसी से पता करके ही आयें। आगे छात्रों से कहां थे अगर चिकित्सक मरीजों को देखना चाहते हैं तो ओपीडी के बाहर कुर्सी लगा ले या कुलपति आवास के बाहर कुर्सी लगाकर मरीजों को देखे जिसको हम लोगों द्वारा किसी भी प्रकार से डिस्टर्ब नहीं किया जाएगा।