मोरबी पुल हादसे में 134 लोगों की मौत को लेकर गुजरात की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने आज कहा कि पीड़ितों के साथ उनकी संवेदनाएं है। गौरतलब है कि गुजरात के मोरबी में मच्छु नदी पर बना ब्रिटिश युग का पुल रविवार को टूट गया था। जिसमें 134 लोगोे के मारे जाने की पुष्टि हुई है।
केजरीवाल ने गुजरात सरकार के सत्ता छोड़ने और राज्य में तत्काल विधानसभा चुनाव कराने की मांग भी की। केजरीवाल ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा , “मोरबी पुल हादसा व्यापक भ्रष्टाचार का नतीजा है। पीड़ितों के साथ मेरी दुआंए हैं। एक घड़ी बनाने वाली ऐसी कंपनी को पुल निर्माण का ठेका क्यों दिया गया, जिसे इसका कोई अनुभव नहीं था? “आम आदमी पार्टी के प्रमुख ने कहा कि गुजरात में भाजपा संघर्ष कर रही है क्योंकि आगामी चुनाव में “आप” उसे चुनौती देने वाली है।
वहीं केजरीवाल ने कहा कि FIR में ना कंपनी और उनके मालिक का नाम है। असप्ताल की पुताई तो अलग है, लेकिन मामले की पुताई की जा रही है। अक आरोप ये लग रहा है कि इनकी पार्टी भारी चंदा दिया है। इसका पता लगाना पड़ेगा। सीएम को सीएम बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। इस्तीफा देकर तुरंत चुनाव हो जाना चाहिए।
दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने इस हादसे पर कहा कि इससे पूरा देश हिला हुआ है। कितने मासून बच्चों की जान चली गई। जितने भी तथ्य सामने आए है, कह सकते हैं कि ये हादसा नहीं हत्या हैं। वजह है बीजेपी का भ्रष्टाचार। बता दें कि मनीष सिसोदिया ने 150 लोगों के मासूम लोगों के हत्यारों से 5 सवाल किए।
मनीष सिसोदिया के हत्यारों से 5 सवाल
- मोरबी के पुल के पुनर्निर्माण का छेका घड़ी बनाने वाली कंपनी को क्यों दिया गया?
- इतना बड़ा काम बिना टेंडर के ठेका दे दिया गया. गैर अनुभवी कंपनी को ठेका क्यों दिया गया
- डॉक्यूमेंट जो सामने आए है उसके आधार पर ये काम 8 महीने में पूरा होना था पर कौन सी जल्दबाजी थी की जिसे लीपापोती करके 5 महीने में क्यों खोल दिया गया.
- घड़ी बनाने वाली कंपनी से कितना चंदा लिया है. इस कंपनी के मालिकों की किस-किस बीजेपी से नजदीकी है.
- इतने बड़े हादसे के बाद भी FIR दर्ज की गई है. उसमें उसके मालिकों का नाम नहीं है. किसके दबाव में मालिकों के खिलाफ FIR क्यों नहीं की गई.