प्रदेश में परिवहन निगम ने निगम के राजस्व और बसों में यात्रियों की सुरक्षा की दिशा में एक नई पहल की शुरूआता की है। दरअसल बसों में अब कैमरा आधारित पीपुल हेड काउंटिंग डिवाइस व्यवस्था (Camera Based People Head Counting Device System) लागू की गई है। जिसके द्वारा चालक और परिचालकों के व्यवहार की मॉनिटरिंग की जाएगी। इसके अलावा बसों में यात्रा करने वाले यात्रियों की गणना के साथ ही सुरक्षा भी सुनिश्चित की जाएगी।
चालक के व्यवहार पर अलार्म जनरेट होगा
बता दें कि सुरक्षा के लिहाज से वीडियो मॉनीटरिंग के जरिए यात्रियों को गिना जाएगा। जिसके लिए रोडवेज बसों में पीपुल हेड काउंटिंग डिवाइस का टेस्ट शुरू किया गया है। वहीं पायलट प्रोजेक्ट के तहत डिवाइस का टेस्ट शुरू हो गया है। इसी दिशा में आगे बढ़ते हुए परिवहन निगम ने वाराणसी क्षेत्र की रोडवेज बसों में टेस्टिंग शुरू की गई। इसे ट्रायल के इस व्यवस्था के बाद पूरे प्रदेश की रोडवेज बसों में लागू कर दिया जाएगा।
इस बीच परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि एक माह के टेस्टिंग के बाद ही इसे पूरे प्रदेश संचालित सभी बसों में लागू किया जाएगा। इसके द्वारा चालक के व्यवहार जैसे झपकी आना, नींद आना या फिर मोबाइल पर बात करना आदि पर अलार्म जनरेट होगा यानी इससे चालक सतर्क रहेगा और यात्रियों की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित होगी।
प्रत्येक यात्री की लाइव गणना होगी
वहीं उन्होंने बताया कि पीपुल हेड काउंटिंग डिवाइस से बस में चढ़ने-उतरने वाले प्रत्येक यात्री की कैमरा आधारित छवि और गणना की लाइव सूचना मॉनिटरिंग सेंटर को मिल जाएगी। साथ ही मिलान निगम की नई टिकट प्रणाली में प्राप्त रियल टाइम आंकड़ों से कर निगम आय की शत-प्रतिशत निगरानी सुनिश्चिक की जाएगी। इससे रोडवेज बसों नें यात्रियों और टिकटों की संख्या में गड़बड़ी की शिकायतें भी दूर हो जाएगी।