उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 10-12 फरवरी को होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2023 के तहत शुक्रवार को आकांक्षात्मक जिला बहराइच के चहलारी घाट रोड स्थित लेजर रिजार्ट में निवेशक और निर्यातक शिखर सम्मेलन में ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम से 69 उद्यमियों ने 1750.96 करोड़ के निवेश प्रस्ताव पर मुहर लगाई। जिसमें से टाटा ग्रुप की टीपी रिन्यूवल माइक्रोग्रेड लिमिटेड ने सबसे ज्यादा 500 करोड़ के निवेश प्रस्ताव पर अपनी सहमति दी।
सम्मेलन को पांच सेशन में विभाजित किया गया
इस सम्मेलन का आयोजन जिला उद्योग प्रोत्साहन और उद्यमिता विकास केन्द्र की ओर से इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन चैप्टर और उद्योग व्यापार मंडल बहराइच के संयुक्त प्रयास से किया गया। सम्मेलन को पांच सेशन में विभाजित किया गया था। जिसमें पीपीटी के द्वारा उद्यमियों को आकर्षित करने के लिए राज्य सरकार की विभिन्न सेक्टर की नई पॉलिसियों में उद्यमियों की सहूलियतें, उद्यम के विकास की योजनाओं पर विस्तार से बताया गया। इस दौरान प्रश्नोत्तर सेशन का भी आयोजन किया गया। जिसमें उद्यमियों ने अपनी समस्याएं और संशय को स्पष्ट किया। मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद सांसद कैसरगंज, सांसद बहराइच एवं विधायक ने दीप प्रज्जवलन कर सम्मेलन की शुरुआत की। इस मौके पर देवी पाटन मंडल के कमिशनर एमपी अग्रवाल, जिला उद्योग उपायुक्त वीरेंद्र कुमार, बहराइच जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र, सीडीओ कविता मीना समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
टाटा ग्रुप भी निवेश को आया आगे
इस बीच शिखर सम्मेलन में आए प्रस्तावों की जानकारी देते हुए डीएम डॉ. दिनेश चन्द्र ने बताया कि टाटा ग्रुप की टीपी रिन्यूवल माइक्रोग्रेड लिमिटेड ने देवी पाटन मंडल में 500 करोड़ के निवेश पर सहमति जताई है। वहीं कृष्णा कंस्ट्रक्शन एंड ट्रेडर्स ने 195 करोड़, वेयर हाउस एण्ड कोल्ड स्टोरेज के लिए मलानी एग्रो फूड्स प्रोडक्ट प्रा.लि. द्वारा 5 करोड़, राइस मिल यूनिट के लिए श्याम सखा फूड एण्ड बेवरेज्स प्रा.लि. 20 करोड़, देवीपाटन एग्रो प्रा.लि. ने 13 करोड़, मेसर्स तौफीक एग्रो फूड्स प्रा.लि. ने 4.21 करोड़, ए.आर. बालाजी द्वारा फूड्स प्रा.लि. ने 10 करोड़, गोयल इण्डस्ट्रीज़ और शिवम इण्डस्ट्रीज़ ने 15-15 करोड़, जय भगवती राईस मिल, वर्मा ट्रेडर्स व श्रीराम ट्रेडर्स ने 2-2 करोड़, श्री श्याम इण्डस्ट्रीज़ ने 3 करोड़ का निवेश प्रस्ताव पर सहमति दी।
1750.96 करोड़ के निवेश प्रस्ताव पर लगी मुहर
इसके अलावा फ्लोर मिल एण्ड दाल मिल यूनिट के लिए राधा मोहन दीपक फूड प्रा.लि. 20 करोड़, आटा प्लान्ट के लिए कृष्ण कुमार ने 2 करोड़, प्रमोद कुमार सिंह ने मैन्यूफैक्चरिंग ऑफ सिमेन्ट बाउण्ड्री वाल के लिए 2 करोड़ तथा गुड़ प्लान्ट के लिए 10 करोड़, श्रीश्याम जी फ्लाई एैश ब्रिक उद्योग ने सभी प्रकार के फ्लाई एैश इण्टरलाकिंग ब्रिक्स यूनिट के लिए 5 करोड़, टी.एम.टी. रिंग यूनिट के लिए 4 करोड़, कैटल फीड यूनिट तथा सभी प्रकार सीड्स निर्माण यूनिट के लिए 5-5 करोड़, श्री निशा इण्टरप्राइजेज़ ने बारबेड वायर यूनिट के लिए 1 करोड़, केन क्रशिंग यूनिट के लिए पारले बिस्क्टि प्रा.लि. 15 करोड़, मस्टर्ड साल्वेन्ट एण्ड राइस ब्राण्ड रिफाइनरी प्लान्ट के लिए अरोहुल इण्टरप्राइजेज़ द्वारा 50 करोड़, आक्सीज़न गैस रिफ्यूलिंग प्लान्ट के लिए कन्हैया इण्डस्ट्रीज़ ने 3.5 करोड़ समेत 69 फर्मों ने 1750.96 करोड़ के निवेश प्रस्ताव पर मुहर लगाई।
सम्मेलन कौन-कौन हुआ शामिल
सम्मेलन में सांसद बहराइच अक्षयवर लाल गोंड, विधायक महसी सुरेश्वर सिंह, विधायक नानपारा राम निवास वर्मा, विधायक बलहा सरोज सोनकर, एमएलसी बहराइच डॉ. प्रज्ञा त्रिपाठी, विधायक पयागपुर सुभाष त्रिपाठी, विधायक सदर बहराइच अनुपमा जायसवाल और जिला पंचायत अध्यक्ष मंजू सिंह आदि ने शिरकत की। वहीं आईएएस आयुक्त देवी पाटन मंडल एमपी अग्रवाल ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस दौरान जिला अधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र सिंह, मुख्य विकास अधिकारी कविता मीना, उपायुक्त उद्योग वीरेंद्र कुमार, संयुक्त आयुक्त उद्योग देवीपाटन मंडल एचपी सिंह, पुलिस अधीक्षक प्रशांत वर्मा समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
‘निवेशकों ने जो हमारे साथ कमिटमेंट किया है, उसमें…’
इस बीच जिला अधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र सिंह ने कहा कि बहराइच जनपद अकांक्षात्मक जिला है। हमारी प्राथमिकता है कि हम यहां विकास को गति देना और आर्थिक कड़ी में हमने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन और मुख्य सचिव के पर्यवेक्षण में एक छोटा सा प्रयास किया है और ये प्रयास विकास को गति देने में मील का पत्थर साबित होगा। हमें पूरा विश्वास है कि यहां आए निवेशकों ने जो हमारे साथ कमिटमेंट किया है, उसमें जरूर सफलता मिलेगी।
वहीं टीपी रिन्यूवल माइक्रोग्रेड लिमि. के सीईओ मनोज गुप्ता ने बताया कि टाटा ग्रुप की टीपी रिन्यूवल माइक्रोग्रेड लिमिटेड फर्म 500 करोड़ की लागत से देवी पाटन मंडल में सौर ऊर्जा के प्लांट लगाएगी। इसका उद्देश्य है कि जो ग्रामीण इलाकों के लघु उद्योग आज भी सुचारू रूप से संचालन के लिए डीजल पर निर्भर हैं। उन्हें सौर ऊर्जा के जरिये संचालित किया जा सके। इससे जहां एक ओर लघु उद्योग द्वारा बनाए जा रहे प्रोडक्ट की लागत कम होगी, तो वहीं दूसरी तरफ डीजल पर निर्भरता भी कम होगी और पॉल्यूशन स्तर भी घटेगा।
‘योगी सरकार पिछली सरकारों की अपेक्षा उद्यमियों पर ज्यादा ध्यान दे रही‘
वहीं कृष्णा कंस्ट्रक्शन एंड ट्रेडर्स के प्रोपराइटर शैलेश कुमार सिंह ने बताया कि मैंने आज इस सम्मेलन में 195 करोड़ का इंटेंट किया है। जिसके तहत बहराइच में दाल, चावल और मसाले की मिलें लगाई जाएगी। इसके अलावा यहां ऑयल के प्लांट लगाएंगे। उन्होंने आगे कहा कि योगी सरकार पिछली सरकारों की अपेक्षा उद्यमियों पर ज्यादा ध्यान दे रही है। इसी का नतीजा है कि आज प्रदेश से ही नहीं बल्कि देश के अन्य राज्यों और विदेशों से भी निवेशक यहां पर अपने प्रोजेक्ट लगाने के लिए बड़ी संख्या में आ रहे हैं। योगी सरकार सराहनीय कदम उठाते हुए उद्यमियों को डायरेक्ट सब्सिडी के माध्यम से प्रोत्साहित कर रही है।