सरकारे प्राथमिक स्तर की बेहतर शिक्षा के लिए लगातार प्रयासरत है। करोड़ो के बजट के साथ ही समय समय पर नई योजनाएं बनाकर गरीब बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाने का प्रयत्न कर रही है। लेकिन इन सबके बावजूद भी जिम्मेदारों के लापरवाह रवैये के कारण बच्चों को सही शिक्षा नहीं मिल पा रही है। इसकी बानगी तब देखने को मिली जब प्राथमिक शिक्षा के स्तर का रियल्टी चेक किया गया।
यहां सिर्फ खेल खिलाया जाता है
बच्चों से जब उनके स्कूल का नाम पूछा गया तो वो वही नहीं बता पाए। जब उनसे पढ़ाई के बारे में पूछा गया तो उनका कहना था कि यंहा सिर्फ खेल खिलाया जाता है। अगर शौच भी जाना हो तो उसके लिए बाहर जाना पड़ता है।
ऐसे में साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि विद्यालय में इन बच्चों को क्या शिक्षा मिल रही होगी।
शिक्षकोें का लापरवाह रवैये
दरअसल जनपद रायबरेली के प्राथमिक विद्यालय प्रथम स्कूल जो 84 मोहल्ला स्थित डलमऊ का है। जहां पर विद्यालय में ना तो शौचालय की व्यवस्था है और ना ही बच्चों को सही शिक्षा देने वाले शिक्षकों की। बच्चे बाहर खेल रहे हैं, लेकिन शिक्षक उस पर जरा सभी ध्यान नहीं दे रहे हैं या कोई एक ही प्राथमिक विद्यालय का मामला नहीं है, इससे पहले भी कई विद्यालयों की तस्वीरें हम आपको दिखा चुके हैं। लेकिन इस पर आला अधिकारी क्यों गंभीर नहीं है।
यह एक बड़ा सवाल है फिलहाल देखना यह होगा कि खबर प्रकाशित होने के बाद इन पर क्या कार्यवाही होती है और विद्यालय की कार्यशैली में क्या बदलाव आता है।