शादी के अरमान सबके होते है, मां और पिता का सपना होता है कि बेटियों की शादी बड़ी धूम धाम से हो जाए किसी भी तरह की कोई अड़चन ना पैदा हो बिन मुसिबतों के बेटी का बयाह हो जाए। लेकिन कई बार इसके उल्ट हो जाता है।
“साहब मैं दलित हूं, पुलिस सुरक्षा में मेरी बेटी की बारात निकलवाई जाए। दबंगों ने बारात पर पत्थर बरसाने की धमकी दी है”। यह कहना उस मां का है जिसने अपनी बेटी की शादी के सपने देंखे थे लेकिन शादी में अचानक अड़चन पड़ जाती है। मां ने पुलिस को तहरीर देकर कहा है कि अगर बेटी की शादी में अड़चन पैदा हो गई तो समाज में इज्जत चली जाएगी। पीड़ित मां ने एक बिरादरी के दबंगों पर गंभीर आरोप लगाते हुए सुरक्षा की मांग की थी। वहीं मां का कहना था कि उच्च बिरादरी केे लोग दहेज में बुलेट बाइक देने से नाखुश हैं। उनका कहना है कि दलितों के घर पर दहेज में इतना बड़ा सामान नहीं दिया जा सकता है।
जानें पूरा मामला
दलित बेटी की शादी का पूरा मामला जनपद संभल के थाना गुन्नौर थाना क्षेत्र के गांव घुंघैया का है। बाल्मिकी समाज के ऋषि पाल और उसकी पत्नी शीला ने अपनी बेटी का ऱिश्ता जनपद अलिगढ़ के गांव से तय किया था। वहीं शादी के कार्यक्रम को लेकर ऋषि पाल और शीला के परिवार में चारों ओर खुशियां छाई हुई थी। मेहमानों का आना भी शुरू हो गया था। घर में दुल्हन के रुप में उनकी बेटी कविता हाथों पर मेहंदी लगाए सज धजकर बैठी हुई है, लेकिन इस बीच ऋषि पाल और शीला के परिवार पर संकट आखड़ा हुआ। बता दें कि गांव के गांव के दबंग लोग ऋषिपाल की बेटी की बारात चढ़ने नहीं देने की धमकी दे रहे थे। शीला का आरोप था कि ग्राम प्रधान सहित गांव के दबंग लोग उसकी बेटी की बारात चढ़ने से मना कर रहे हैं। बारात आने पर ईंट पत्थर बरसाने की धमकी दे रहे थे। ऐसे में पूरा परिवार डरा हुआ है। लोगों को चिंता सता रही है कि मेहमान घर पर आ चुके हैं। शादी के कार्यक्रम में अगर किसी प्रकार की बाधा उत्पन्न हुई तो समाज में इज्जत चली जाएगी। आज शील ने बताया कि 7 फरवरी को उसकी बेटी की बारात आ रही है। बारात के दौरान किसी प्रकार की दिक्कत न हो, इसके थाना गुन्नौर में दबंगों के खिलाफ तहरीर देकर पुलिस से सुरक्षा की गुहार लगाई है।
बुलेट गाड़ी का हो रहा था विरोध
मां शीला के अनुसार, वह अपनी बेटी कविता की शादी में बुलेट बाइक दें रही हैं। इसे लेकर गांव के दबंग धमका रहे हैं। दबंगों का कहना है कि वह शादी में बुलेट बाइक देकर उनकी बराबरी नहीं कर सकती। क्योंकि शादी विवाद में बुलेट देना सिर्फ उच्च जाति के लोग कर सकते हैं। दुल्हन की मां ने बताया कि गांव में उनका परिवार एकलौता दलित है। 7 फरवरी को शादी थी। उन्होंने लड़के वालों को बुलेट गाड़ी देने की बात कही। जिसका विरोध गांव वाले कर रहे थे। उन्होंने धमकी दी थी कि बारात नहीं निकलने देंगे। अगर बारात निकली तो ईंट-पत्थर बरसाएंगे। जिसके बाद उन्होंने पुलिस से सुरक्षा मांगी थी। उन्होंने कहा कि पुलिस ने जो सुरक्षा दी उससे वह काफी खुश हैं। उनकी बेटी की शादी सकुशल संपन्न हुई।