15 अप्रैल के दिन माफिया अतीक अहमद और उसके भाई असरफ की हत्या कर दी गई थी। जिसके बाद sit गठित की गई थी।अब न्यायिक आयोग के सामने साजिश कर्ताओं के नाम सामने लाने के लिए बड़ी चुनौती है। एसआईटी को मिले साक्ष्यों का परीक्षण कर रहा है।दोनो की सुरक्षा में लगे सुरक्षाकर्मियों का ब्यौरा भी एकत्र किया जा रहा है।रिटायर्ड न्यायमूर्ति अरविंद कुमार के नेतृत्व में आयोग जांच कर रहा है।आयोग के अध्यक्ष के साथ सदस्य सुबेश कुमार सिंह ब्रजेश कुमार सोनी ने घटना स्थल का जायजा ले चुके है।मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों से बयान भी दर्ज किए जा चुके है।
तीन आरोपियों का एनकाउंटर और 5 फरार
असद व सभी शूटरों को एसआईटी ने बिथरी चैनपुर के मुकदमे में नामजद किया जा चुका है।इन सभी पर बरेली जेल में असरफ से अवैध रूप से मुलाकात के आरोप भी है।मुलाकात करने वालो में से तीन आरोपियों का एनकाउंटर किया जा चुका है।बाकी 5 आरोपी अभी फरार चल रहे है।बरेली जेल में मुलाकात करने वालो में असद, गुड्डू मुस्लिम, गुलाम, अरमान, सदाकत और विजय चौधरी की पहचान हुई थी।
हत्या से पहले अतीक ने किसे किया था इशारा
घटना वाले दिन गाड़ी से उतरने के समय अतीक ने किसे इशारा किया था।उस व्यक्ति की पहचान अभी तक नही हो पाई है। उस शख्स का अतीक से क्या संबंध है और उस व्यक्ति ने इशारा क्यो किया था।क्या अतीक हत्याकांड से उस व्यक्ति का कोई संबंध है।इस पहलू पर सभी जांच एजेंसियां पड़ताल कर रहे है।
प्रतापगढ़ में रुके थे हत्यारे
हत्याकांड को अंजाम देने के बाद हत्यारे प्रयागराज से सीधा प्रतापगढ़ पहुचे थे वही पर रुक कर खाना खाया था।इस बात की जानकारी होने के बाद sit व stf की जांच टीमो ने प्रतापगढ़ जाकर पड़ताल शुरू कर दी है।प्रतापगढ़ के बेल्हा के एक रेस्टोरेंट के सीसीटीवी stf ने अपने कब्जे में लिए है।
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