कणाद ने दिया संदेश
मिली जानकारी के अनुसार, सुसाइड करने वाला युवक वाराणसी के एक बड़े समाजसेवी का छोटा भाई हैं। युवक का नाम कणाद है। कणाद पांच भाइयों में सबसे छोटा है। कणाद की शादी को अभी सिर्फ एक साल ही हुआ था। उसकी शादी के बाद कणाद को उसके पुस्तैनी मकान धरहरा में रहने के लिए भेजा गया था। कणाद के परिवार वालों का कहना है कि वो नशे का आदि था। वह पिता के रहते ही लगातार जायदाद से अपना हिस्सा मांग रहा था। ये परिवार वालो को मंजुर ना था। और उन्होनें इससे इंकार कर दिया था।
डिप्रेशन का था शिकार
सुसाइड वाले दिन कणाद की पत्नी पांडेयपुर स्थित मकान पर आई थी। उस दिन कणाद घर पर अकेला ही था। रात के लगभग 10 बजकर 30 मिनट पर वो फेसबुक पर लाइव आया। कणाद ने सुसाइड करने से पहले अपने पिता और पत्नी के बारे में बताया। पहले तो उसने पत्नी से माफी मांगी और पिता को न डरने की बात कही।
आत्महत्या के दौरान कहीं ये बात
कणाद ने फेसबुक लाइव पर कहा, कि ‘अपने घर से हार गया। अपने भाइयों से हार गया। कुछ लोग, जिन्हें मैं अपना मानता था उनसे हार गया। मैं अपनी पत्नी से माफी मांगूगा, अपने परिवार और पिता से माफी मांगूगा। पिता जी मैं आपके लायक कभी नहीं बन पाया। जैसा आप चाहते थे वैसा बेटा नहीं बन पाया। लेकिन शायद वैसा बेटा था। एक रुपया भी नहीं कमा पाया लेकिन एक लाख की इज्जत करता हूं मैं। अब सब खत्म’. फिर कणाद ने बनारसी लहजे में कहा-डरिएगा नहीं पापा, रोइयेगा नहीं पापा। इतना कहने के बाद कणाद उठा और पंखे से लटकर सुसाइड कर लिया।