लखनऊ– मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड में अनियमितताएं खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं। एक और मामला प्रकाश में आया है। जहां पर रायबरेली में तैनात एस ई2 ने नया कारनामा कर दिया है। मध्यांचल में लगातार अधिकारियों के कारनामे से यह जाहिर हो रहा है कि वह चेयरमैन उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन निगम लिमिटेड देवराज के आदेशों का भी पालन नहीं करते हैं। जिस टेंडर को सिविल के द्वारा किया जाना था उस टेंडर को इलेक्ट्रिक विभाग अब करा रहा है। कहीं ना कहीं इससे षड्यंत्र और भ्रष्टाचार की बू आ रही है।
बिजली विभाग के नियम के विरुद्ध रायबरेली में तैनात इलेक्ट्रिकल एस ई2 ने टेंडर निकाल दिए हैं। आरोप है कि अपने चहेतों के लिए नियमों का पालन नहीं किया गया है जो टेंडर निकाला गया है वह टेंडर सिविल के द्वारा निकाला जाना था। बावजूद इसके नियमों का उल्लंघन किया गया है। इसे साफ हो जाता है कि मध्यांचल में तैनात अधिकारी नियमावली का सरासर उल्लंघन कर रहे हैं। देखना होगा कि मामला प्रकाश में आने के बाद चेयरमैन एम देवराज इस घटना पर क्या एक्शन लेते हैं। टेंडर का एक बार खेल फिर मध्यांचल में उजागर हो रहा है इस खेल में कौन-कौन सन लिप्त है इस पर विशेष जांच करने की आवश्यकता है ताकि भ्रष्टाचार करने वाले लोगों पर लगाम लगाई जा सके।