देश भर में होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी अब हर पार्टी जोरो –शोरो से कर रही है. विपक्ष को लेकर सत्ता में रहने वाली बीजेपी भी अपनी पूरी ताक झोक रही है. वहीं छोटे से छोटे दलों के नेता भी लोकसभा चुनाव को लेकर सतर्क नजर आ रहे है. जिसको लेकर अब बीजेपी ने भी विपक्षी एकता को टक्कर देने के लिए प्लानिंग करनी शुरू कर दी है. अब बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 18 जुलाई को एनडीए की बैठक रखी है. जिसमें उन्होंने बिहार के नेताओं को न्योता दिया है . बता दे कि बिहार के नेताओं की लिस्ट में से बीजेपी ने जीतन राम मांझी और चिराग पासवान को तलाशा है .
दोनों नेता एनडीए के साथ मिलकर लडेंगे चुनाव
आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर अब बीजेपी ने विपक्ष को हराने की शुरूआत बिहार से कर दी है. बता दे कि बीजेपी ने 18 जुलाई को एनडीए की एक बैठक रखी है. जिसमें एनडीए से छिटके नेताओं को भी इस बैठक में शामिल होने के लिए न्योता दिया है. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने (लोक जनशक्ति) पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतन राम मांझी को इस बैठक का हिस्सा बनने के लिये न्योता भेजा है.
लंबे समय से ऐसे कयास लगाए जा रहे कि दोनों ही नेता दोबारा से एनडीए में शामिल हो सकते है. क्योंकि दोनों ही लगातार देश में चल रहे अहम मुद्दों पर बीजेपी को समर्थन देते हुए नजर आए है. चाहे वो मुद्दा UCC को लेकर हो या मंणीपूर में चल रही हिंसा प्रदर्शन हो। अनुमान लगाया जा रहा है कि इन दो नेताओं के साथ बिहार की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के भी एनडीए में शामिल हो सकते है.
नेताओं का क्यों बना विचार ?
दरअसल बात ये है कि 19 जून 2023 को जीतन राम मांझी ने बिहार की महागठबंधन सरकार से नाता तोंड़ दिया था. अपने बेटे संतोष सुमन के इस्तीफा देने के कुछ दिन बाद ही उन्होंने महागठबंधन से दूरी बना ली थी और अब अनुमान लगाया जा रहा है कि वो लोकसभा का चुनाव एनडीए के साथ मिलकर लड़ेंगे. वहीं उपेंद्र कुशवाहा भी फरवरी में नीतीश कुमार की पार्टी JDU से अलग हो गए थे और उन्होंने एमएलसी पद से भी इस्तीफा दे दिया था. जिसके बाद 20 फरवरी को उन्होंने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जेसवाल से मुलाकात की और तभी से उनके भी बीजेपी में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे है.
पिछले दिनों चिराग पासवान पटना में केंद्रीय गृह मंत्री राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने एलजेपीआर के नेताओं की बैठक के दौरान मुलाकात की थी जिसके बाद चिराग ने अपने नेताओं से कहा था कि गठबंधन को लेकर लंबे समय से बात चल रही है और अभी एक-दो बार और बात होनी बाकी है.