बुलंदशहर: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में बसपा नेता व पूर्व नगर निगम अध्यक्ष हाजी बाबू खां की हत्या कर दी गई। बसपा नेता का बोरे में बंद शव 9 सितंबर को नाले में पड़ा मिला, तो इलाके में हड़कंप मच गया। स्थानिय लोगों ने आनन फानन में पुलिस को फोन करके इसकी जानकारी दी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
आपकों बता दे कि 8 सितंबर को कालिंदी कुंज इलाके से हाजी बाबू लापता हो गए थे। 24 घंटे बाद 9 सितंबर को उनका शव उसमापुर स्थित रजवाहे में एक बोरे में बंद मिला है। बोरे में शव देखकर आस-पास के लोगों ने पुलिस को इसकी जानकारी दी। पुलिस ने शव का अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा, पोस्टमार्टम में मौत की वजह गला दबाने को बताया गया है। पुलिस ने हत्या के आरोप में बसपा नेता की आढ़त पर काम करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
खुर्जा कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला कोट निवासी बसपा नेता हाजी बाबू खां मंडी में आढ़त के व्यापारी थे। कल शाम उनके मोबाइल नंबर पर एक काल आई और वह घर से स्कूटी लेकर बाहर चले गए। देर रात तक जब बाबू खां घर वापस नहीं लौटे तो परिवार के लोगों को फिक्र हुई। मामला पुलिस तक पहुंचा तो खाकी ने भी खोजबीन शुरू कर दी। पुलिस ने शनिवार को खुर्जा की कलिन्दीकुंज कालोनी के पास गुमशुदा बसपा नेता का मोबाइल फोन बरामद कर लिया। पुलिस बसपा नेता की खोजबीन कर ही रही थी कि उनका बोरे में बंद शव उस्मानपुर के नाले में पड़ा मिला।
पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू की तो बसपा नेता के फोन पर अंतिम काल उनकी आढ़त पर काम करने वाले एक मुलाज़िम की निकली। पुलिस ने शक की बुनियाद पर आरोपी मुलाज़िम को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की तो आरोपी ने जुर्म कुबूल कर लिया। पुलिस के मुताबिक बसपा नेता की हत्या उन्हीं के दो मुलाज़िमों ने की। दोनों मुलाज़िम आढ़त पर काम करते थे, आरोपियों ने आढ़त की चाबी के साथ बसपा नेता को फोन कर बुलाया था, और उनसे चाबी मांगी। चाबी नहीं मिलने पर मुलाज़िमों ने बसपा नेता की गला दबाकर हत्या कर दी और शव को बोरे में बंद कर उस्मानपुर के नाले में फेंक दिया। चाबी मंगाने के पीछे मंशा आढ़त पर तिजोरी को साफ करना था। तिजोरी में नगद करीब 35 लाख रुपए थे। फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों को अरेस्ट कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।