लखनऊ। गाजियाबाद के मोदीनगर कस्बे के मानकी गांव के रहने वाले अजहरुद्दीन ने एक ऐसी कार बनाई है जो बिना बैटरी, डीजल, पेट्रोल के चलती है. दरअसल, यह अजहरुद्दीन का दावा है कि उनकी कार देश की सबसे पहली ऐसी कार है जो कि सोलर पैनल के साथ सौर ऊर्जा से बिना किसी बैटरी के चल सकती है. इन तस्वीरों में भी आप देख सकते हैं कि किस तरह से यह कार अपने पंख फैलाए सड़कों पर चल रही है.बता दें कि अजहरुद्दीन ने इससे पहले कई ऐसी गाड़ियां बनाई है. जो कि आज दिल्ली एमसीडी में अपनी सेवाएं दे रही हैं.
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अजहरुद्दीन ने ₹4 लाख की लागत से इस कार को बनाया
जिसके बाद अब अजहरुद्दीन ने सोलर पैनल की मदद से सोलर ऊर्जा से चलने वाली एक कार बनाई है. इस गाड़ी की टॉप स्पीड 40 किलोमीटर प्रति घंटा है. अजहरुद्दीन को इस गाड़ी को बनाने के लिए लगभग 5 महीना का समय लगा. जिसमें उन्होंने ₹400000 की लागत से इस कार को बनाया है उनका सपना है कि वह इसी तरह के और अविष्कार करेंगे जो आने वाले समय में किसानों को बेहद ज्यादा मदद करेंग. सौर ऊर्जा से चलने वाली यह कार घर के कामों में भी इस्तेमाल की जा सकती है.
2006 में दसवीं क्लास के दौरान किया था पहला अविष्कार
बता दें कि खेत में छोटे ट्यूबवेल के साथ-साथ घर में सबमर्सिबल और वाशिंग मशीन जैसी मशीनें भी इसी तकनीक से चलाई जा सकती हैं. इस गाड़ी में एक बार में 12 लोग बैठकर भी यात्रा कर सकते हैं. अजहरुद्दीन की माने तो वह एक गरीब परिवार में तालुक रखते हैं. पहला आविष्कार 2006 में अपनी दसवीं क्लास में किया था. उन्होंने एक ऐसा हेलीकॉप्टर बनाया था जो काफी सस्ता बना था. जिसके बाद से अपनी उड़ान के पंख के साथ लगातार काम करते हुए बहुत आविष्कार किया. अब वो पॉल्यूशन को कम करने के लिए लगातार सौर ऊर्जा से चलने वाले उपकरणों का अविष्कार करने में लगे हुए हैं.