Kisan Andolan: चडीगढ़ में केंद्रीय मंत्रियों और किसान नोताओं के बीच तीसरे दौरे की बैठक हुई. जो गुरुवार – शुक्रवार रात करीब 1:30 बजे तक चली. वहीं तीसरे दौरे की वार्ता भी बेनतीजा (Kisan Andolan) साबित रही. जिसमें कोई समाधान नहीं निकल सका.
बता दें कि इस बैठक के शुरू होते ही किसानों ने हरियाणा सरकार और पुलिस की तरफ किए गए बल प्रयोग पर कड़ी आपत्ति जताई है. इस पर केंद्रीय मंत्री समझाते नजर आए. इस सब के बाद MSP की कानूनी गारंटी के साथ – साथ अन्य मांगों पर चर्चा शुरू की गई. ऐसे में केंद्रीय मंत्री लखीमपुर खीरी कांड समेत अन्य मांगों पर किसानों के साथ सहमति की लेकिन MSP की कानूनी गांरटी कुछ साफ नजर नहीं हो पाई.
इस बैठक में केंद्रीय मंत्रियों (Kisan Andolan) द्वारा MSP की कानूनी गांरटी लागू करने पर आने वाली दिक्कतों के बारे में बताया गया है. लेकिन बावजूद इसके इससे पीछे हटते नजर नहीं आये. रात करीब 1:30 बजे बैठक समाप्त हुई, जिसके बाद भी कोई परिणाम निकलकर सामने नहीं आया. इसमें बल का प्रयोग कर किसानों ने विरोध जताया, वहीं किसान MSP पर अड़े हुए हैं. अगली वार्ता की बात करें तो वह रविवार को शाम 6 बजे करनी तय की गई है.
रविवार को होगी अगली बैठक
किसान यूनियनों (Kisan Andolan) के साथ हुई बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने बताया कि – आज सरकार और किसान यूनियनों के बीच सकारात्मक चर्चा हुई है, किसान यूनियनों की तरफ से उठाए गए मुद्दों पर ध्यान देते हुए हमने यह तय किया है कि अगली बैठक रविवार शाम 6 बजे की जाएगी. आशा है कि सभी शांतिपूर्वक ही समाधान निकलेंगे.
सीमावर्ती इलाकों में इंटरनेट की सेवाएं बंद
बैठक के बाद पंजाब के ”सीएम भगवंत मान” ने बताया कि ”किसान यूनियन” और केंद्र सरकार के बीच काफी लंबी बातचीत हुई. जिसमें हर विषय पर प्रकाश डाला गया. वहीं यह सकारात्मक चर्चा साबित हुई. सीमावर्ती इलाकों में इंटरनेट की सेवाएं बंद कर दी गई हैं, जिससे परीक्षा के दौरान छात्रों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी का सामना न करना पड़े. वहीं अगली बैठक रविवार शाम 6 बजे को होगी.
किसानों का क्या कहना ….
केंद्र सरकार और किसान यूनियनों के बीच की बैठक के बाद किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल ने बताया कि विरोध इसी तरह से शांतिपूर्वक जारी रहेगा. हम और कुछ नहीं करेंगे, हम किसानों से भी यह अपील करेंगे कि दिल्ली की तरफ बढ़तें जाएं और बैठकें चलती रहें. दोनों काम एक साथ नहीं हो सकते. सरकार ने बैठक बुलाई है जिसका हमें इंतजार है. वहीं रविवार को हमें कोई भी सकारात्मक नतीजा नहीं मिलता है तो हम सीधा विरोध जारी रखेंगे. इसके अलवा कुछ किसान नेता उन पर किए गए बल प्रयोग या हिंसक कार्रवाई को गलत बता रहे हैं, और कह रहे हैं कि… हम पाकिस्तान से थोड़े ही हैं.