नई दिल्ली। पंजाब और हरियाणा के सीमा पर आंदोलन कर रहें किसानों ने अपना दिल्ली कूच स्थगित करने की बात कही हैं।किसान नेताओं ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन के आगे की रणनीति को लेकर 29 फरवरी को फैसला किया जाएगा। तबतक यह आंदोलन स्थगित रहेगा। इसके साथ साथ किसान नेताओं ने यह भी ऐलान किया कि शनिवार को किसान कैंडल मार्च निकालेंगे और फिर उसके दिन बाद उनके द्वारा केंद्र सरकार का पुतला फूंका जाएगा।
13 मांगों को लेकर सीमा पर आंदोलन
प्रदर्शन कर रहें संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) ने शुक्रवार शाम इसकी जानकारी मीडिया से साझा कर रहे थे। गौरतलब है कि किसान संगठन द्वारा फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की कानूनी गारंटी सहित अन्य करीब 13 मांगों को लेकर पंजाब और हरियाणा के सीमा पर आंदोलन किया जा रहा है।
इसलिए हुई थीं झड़प
किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) नेता सरवन सिंह पंधेर ने मीडिया से कहा, किसानों के आंदोलन की अगले कदम की घोषणा 29 फरवरी को की जाएगी। उससे पहले 24 फरवरी को ‘कैंडल मार्च’ निकालेंगे और फिर 26 फरवरी को केंद्र का पुतला जलाएंगे। गौरतलब है कि खनौरी में झड़प के दौरान एक प्रदर्शनकारी की मौत के बाद किसान नेताओं ने बुधवार को ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन दो दिनों के लिए बंद कर दिया था। जिसे अब 29 फरवरी तक बढ़ाया गया है। इस दौरान लगभग 12 पुलिसकर्मी भी घायल हो गए। यह घटना तब हुई जब किसानों ने बैरिकेड तोड़कर आगे बढ़ने की कोशिश कर रहें थें। पिछले 12 दिनों से फसलों के लिए एमएसपी की कानूनी गारंटी और कृषि ऋण माफी सहित अन्य विभिन्न मांगों को लेकर हजारों किसान ट्रैक्टर-ट्रॉलियों और ट्रकों के साथ पंजाब हरियाणा के खनौरी और शंभू बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं।
प्रदर्शन कर रहे किसानों की ये हैं मांगे
- स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने
- किसानों और खेतिहर मजदूरों के लिए पेंशन
- बिजली दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं
- पुलिस मामलों को वापस लेने
- 2021 लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों के लिए न्याय
- भूमि अधिग्रहण की बहाली
- 2020-21 के आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजा