Amethi: देश की हाई प्रोफाइल लोकसभा सीट अमेठी पर देश से लेकर विदेश तक की निगाहें लगी हुई हैं। अमेठी लोकसभा सीट पर कल यानी कि 20 मई को मतदान होगा। इस भीषण गर्मी में चुनावी माहौल भी गर्म हो गया है। अमेठी (Amethi) कांग्रेस का गढ़ कही जाती थी और अमेठी लोकसभा सीट पर गांधी परिवार का कब्जा रहा करता था और अमेठी का सांसद प्रधानमंत्री जैसे बड़े पदों पर सुशोभित रह चुके हैं। इस बार अमेठी का चुनावी रण किस ओर करवट लेगा यह देखना काफी दिलचस्प होगा।
2019 में स्मृति ईरानी ने लिया हार का बदला
वही 2014 में भाजपा प्रत्याशी के रूप में अमेठी (Amethi) आई केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी के मुकाबले मे चुनाव लडा था लेकिन उन्हें चुनाव मे हार का सामना करना पडा था। जिसके बाद भी स्मृति ईरानी ने अमेठी आना जाना नही छोडा जिसका उन्हें सीधा लाभ 2019 मे मिला और 2019 के चुनावी रण मे स्मृति ईरानी ने कांग्रेस के किले को ढहाते हुए 50 हजार से जादा मतो से राहुल गांधी को हरा दिया था और अमेठी मे कमल खिलाया था और तबसे लगातार स्मृति ईरानी अमेठी वासियो के संपर्क में बनी रही।
फिलहाल 2024 के चुनावी रण में बीजेपी ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पर दुबारा भरोसा जताते हुए बीजेपी का प्रत्याशी बनाया है और वही कांग्रेस ने गांधी परिवार के नजदीकी किशोरी लाल शर्मा को अमेठी से प्रत्याशी बनाया।
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दिग्गज उतरे चुनाव प्रचार में
फिलहाल दोनों पार्टियों ने अमेठी लोकसभा सीट के लिए अपनी अपनी पूरी ताकत लगा दी है। जहां बीजेपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर अमित शाह तक केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की राह आसान करने के लिए चुनावी माहौल बनाने का प्रयास किया है तो वही इंडिया गठबंधन व कांग्रेस से राहुल गांधी अखिलेश यादव प्रियंका गांधी सहित तमाम दिग्गज अमेठी में किशोरी लाल शर्मा के पक्ष में चुनाव प्रचार कर गांधी परिवार की खोई हुई जमीन को तलाशने का प्रयास किया है।
अमेठी का जातिय समीकरण
अमेठी लोकसभा मे जातिय समीकरण की बात करे तो अमेठी लोकसभा में कुल मतदाता 1800000 है जिसमे पुरुष मतदाताओ की संख्या 937147 है और महिला मतदाता 848878 हैं और थर्ड जेंडर मतदाता 100 है। तो वही अल्पसंख्यक 20 प्रतिशत है और वही ब्राह्मण मतदाता 18 प्रतिशत है तो वहीं क्षत्रिय 12 प्रतिशत और ओबीसी 34 प्रतिशत है और वही बात की जाए दलित मतदाता की तो वो 26 प्रतिशत है।
फिलहाल अमेठी मे कल मतदान होगा देखना यह होगा कि क्या दोबारा स्मृति ईरानी अपनी लोकसभा सीट को बरकरार रखने में कामयाब होगी या फिर गांधी परिवार अपनी परम्परागत सीट अमेठी को वापस लाने मे कामयाब होगा। फिलहाल नतीजा 4 जून को आना है। आने वाले 4 जून को तस्वीरे साफ हो जायेगी कि अमेठी के सिंघासन पर किसका कब्जा होगा।