एग्जिट पोल पर कांग्रेस के महासचिव और वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उनका दावा है कि एग्जिट पोल को नियंत्रित किया गया है। कोई इसे विश्वास नहीं कर सकता। हमारे कर्मचारियों का आत्मविश्वास कम नहीं हुआ है।
4 जून तक प्रतीक्षा करने को कहा
“4 जून को वास्तविक पोल आने दीजिए,” एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जयराम रमेश ने लिखा। INDIA गठबंधन को 295 से कम सीटें नहीं मिल रही हैं। एग्जिट पोल को नहीं मानना चाहिए। यह दिखाया जा रहा है कि हम आने वाले हैं..। आने वाली ये प्रसिद्ध हैं।“हम चुनाव आयोग जाने वाले हैं,” जयराम रमेश ने लिखा। चुनाव आयोग पोस्टल बैलटे की शिकायत से घबरा गया है। उनका चले जाना तय है।
कांग्रेस ने बहिष्कार की घोषणा की
कांग्रेस ने शुक्रवार (31 मई 2024) को घोषणा की कि वह एक जून को न्यूज चैनलों पर चलने वाली एग्जिट पोल बहस में भाग नहीं लेगी। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि चार जून को वास्तविक परिणाम आने से पहले पार्टी ने बहस और अटकलों में भाग नहीं लेने का निर्णय लिया है। “मतदाताओं ने वोट डाल दिया है और उनका फैसला सुरक्षित है,” उन्होंने एक्स पर लिखा। चार जून को परिणाम मिलेंगे। उससे पहले टीआरपी पर बहस करने का कोई कारण नहीं दिखता। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस एग्जिट पोल पर बहस नहीं करेगी। हम चार जून से बहस में भाग लेंगे।”
अखिलेश यादव भी एग्जिट पोल का विरोध कर चुके हैं।
साथ ही, शुक्रवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एग्जिट पोल को लेकर जनता को सचेत किया और अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से बहकावे में न आने की अपील की। “आज मैं आप सभी से एक बहुत ही महत्वपूर्ण अपील कर रहा हूँ। जब तक मतगणना पूरी नहीं हो जाती और जीत का प्रमाणपत्र नहीं मिल जाता, आप सभी को कल (एक जून, 2024) को होने वाले मतदान के दौरान और मतदान के बाद पूरी तरह से सावधान रहना चाहिए।
भाजपा के बहकावे में नहीं आना चाहिए। वास्तव में, मैं यह अपील कर रहा हूं क्योंकि भाजपा ने सोचा है कि जब चुनाव कल शाम को समाप्त हो जाएगा, वे विभिन्न चैनलों पर यह कहना शुरू कर देंगे कि भाजपा को लगभग 300 सीटों की बढ़त मिली है, जो बिल्कुल गलत है।उन्होंने कहा कि भाजपा जानबूझकर झूठ बोलेगी ताकि विपक्ष मतगणना के दिन सावधान न रहे। भाजपा इसका फायदा उठाकर चुनावों में धांधली कर सकती है।