Maharashtra Politics : महाराष्ट्र में अगले कुछ महीनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, और सभी राजनीतिक पार्टियां गठबंधन और चुनावी रणनीति पर चर्चा कर रही हैं। महाराष्ट्र के युवा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे आदित्य ठाकरे के खिलाफ उनके चाचा राज ठाकरे दिक्कत पैदा कर सकते हैं। राज ठाकरे की पार्टी, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे), आदित्य ठाकरे के खिलाफ चुनाव लड़ सकती है। आदित्य ठाकरे फिलहाल वर्ली विधानसभा सीट से विधायक हैं, और मनसे इसी सीट पर अपना उम्मीदवार खड़ा कर सकती है।
2024 के लोकसभा चुनाव में वर्ली क्षेत्र में शिवसेना-उद्धव बालासाहेब ठाकरे (शिवसेना-UBT) उम्मीदवार की बढ़त 7,000 से कम रही थी। इस स्थिति का फायदा उठाते हुए, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) आगामी विधानसभा चुनाव में इस सीट पर संदीप देशपांडे को उम्मीदवार बना सकती है। वर्तमान में, शिवसेना (यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे इस सीट से विधायक हैं।
राज ठाकरे की हुई सीएम से मुलाकात
मनसे प्रमुख राज ठाकरे(Maharashtra Politics) ने शनिवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात की और वर्ली से जुड़ी समस्याओं पर चर्चा की। वर्ली से संबंधित चिंताओं पर ध्यान देने के महत्व को देखते हुए, यह बैठक काफी महत्वपूर्ण थी। मुख्यमंत्री कार्यालय के मुताबिक, इस बैठक के बाद शिंदे ने अधिकारियों को वर्ली से जुड़े मुद्दों को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया है। मनसे नेता देशपांडे वर्ली निवासियों की समस्याओं को हल करने के लिए लगातार उनके साथ संपर्क में हैं।
इस सीट से है जीतने की उम्मीद
मनसे को इस क्षेत्र में एक संभावित अवसर नजर आ रहा है। हालांकि, यह अभी स्पष्ट नहीं है कि सत्तारूढ़ गठबंधन और मनसे मिलकर चुनाव लड़ेंगे या नहीं। मुख्यमंत्री शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना और सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) वर्ली में अपनी उपस्थिति को मजबूत करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं।
मनसे नेता देशपांडे ने कहा, “2017 के नगर निगम चुनावों में हमने वर्ली में लगभग 30,000 से 33,000 वोट प्राप्त किए थे। इस क्षेत्र में मनसे के समर्पित मतदाता हैं।” मनसे का दावा है कि आम लोगों की आदित्य ठाकरे तक पहुंच नहीं है। देशपांडे ने बताया, “यहां मुद्दा पहुंच का है। लोगों को ऐसा विधायक चाहिए जो सुलभ हो, लेकिन मौजूदा विधायक के साथ ऐसा नहीं है।”