लखनऊ (यूपी)। (Lucknow News) तिरुपति मंदिर में प्रसाद में मिलावट के मामले के बाद यूपी के मंदिरों में सतर्कता बढ़ गई है। लखनऊ के एक प्रमुख मंदिर में अब बाहरी प्रसाद चढ़ाने पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। मंदिर समिति ने इस फैसले को तुरंत प्रभाव से लागू करते हुए, इसकी सूचना मंदिर के मुख्य द्वार और परिसर में चस्पा कर दी है।
मंदिर समिति के अध्यक्ष का कहना है कि यह कदम श्रद्धालुओं की आस्था को सुरक्षित रखने और भगवान के प्रसाद में शुद्धता बनाए रखने के लिए उठाया गया है। तिरुपति बालाजी मंदिर में बाहरी प्रसाद में मांसाहारी तत्वों की मिलावट की खबर के बाद मंदिरों में लोगों की चिंताएँ बढ़ गई थीं। ऐसे में यह फैसला भक्तों की धार्मिक भावना को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
मंदिर समिति का बयान
मंदिर समिति (Lucknow News) के एक सदस्य ने बताया, “हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि जो भी प्रसाद भगवान को चढ़ाया जाए, वह शुद्ध और सुरक्षित हो। हमने इस फैसले से भक्तों को अवगत करा दिया है और अब मंदिर के अंदर सिर्फ समिति द्वारा तैयार किया गया प्रसाद ही चढ़ाने की अनुमति होगी।”
भक्तों ने क्या कहा?
श्रद्धालुओं की मिली-जुली प्रतिक्रियाएँ सामने आ रही हैं। कुछ भक्त इस कदम की सराहना कर रहे हैं और मानते हैं कि इससे प्रसाद की शुद्धता बनी रहेगी। वहीं कुछ अन्य लोग इस निर्णय को अनावश्यक सख्ती मानते हुए इससे असहमत हैं।
मंदिर समिति का यह निर्णय यूपी के अन्य प्रमुख मंदिरों के लिए भी एक संकेत हो सकता है, जहां आस्था और परंपराओं को सुरक्षित रखने के लिए ऐसे कदम उठाए जा सकते हैं।