UP Byelection 2024: महाराष्ट्र और झारखंड के चुनावों के साथ उत्तर प्रदेश में भी उपचुनाव की तैयारी शुरू हो गई है। इस बार 9 सीटों पर 13 नवंबर को मतदान होगा, जबकि मतगणना 23 नवंबर (UP Byelection 2024) को की जाएगी। समाजवादी पार्टी ने 7 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है, लेकिन मिल्कीपुर के प्रत्याशी को अभी इंतजार करना होगा।
अखिलेश यादव ने महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी (MVA) से 12 सीटें मांगी हैं, जिससे यूपी में कांग्रेस पर राजनीतिक दबाव बढ़ गया है। अब सवाल यह है कि क्या कांग्रेस उपचुनाव में भाग लेगी या नहीं।
क्या कांग्रेस यूपी में नहीं उपचुनाव?
सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस यूपी उपचुनाव में बिना शर्त समाजवादी पार्टी को समर्थन देने की योजना बना रही है। अखिलेश यादव द्वारा महाराष्ट्र में सीटों की मांग के बाद कांग्रेस के सामने महागठबंधन को बनाए रखने की चुनौती है। इस स्थिति में कांग्रेस यूपी विधानसभा उपचुनाव नहीं लड़ सकती।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने केंद्रीय नेतृत्व को संदेश भेजा है कि दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव लड़ना उचित नहीं है और संभवतः कांग्रेस जल्द ही यह घोषणा कर सकती है कि वह इन उपचुनावों में हिस्सा नहीं लेगी। साथ ही कांग्रेस समाजवादी पार्टी का बिना किसी शर्त समर्थन करने की संभावना पर विचार कर रही है।
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सपा ने उतारे सात उम्मीदवार
कांग्रेस मीरापुर सीट पर जोर दे रही थी, जहां उसने समाजवादी पार्टी की हारी हुई सीट पर चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी। हालांकि, अभी तक कांग्रेस ने इस संबंध में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है। इस बीच, समाजवादी पार्टी ने तेज प्रताप यादव को करहल सीट, शोभावती वर्मा को कैथरी, और नसीम सोलंकी को सिसामऊ सीट से चुनावी मैदान में उतारा है।
फुलपुर से मुस्तफा सिद्दीकी, मझवां से ज्योति बिंद और मीरापुर से सुम्बुल राणा को उम्मीदवार बनाया गया है। अखिलेश यादव ने अयोध्या की मिल्कीपुर से सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को टिकट दिया है, लेकिन इस सीट पर चुनाव अभी रुका हुआ है।