Yogi in Maharashtra 2024: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा खुद पर की गई विवादित टिप्पणी का तीखा जवाब दिया है। महाराष्ट्र के अचलपुर में मंगलवार को एक चुनावी सभा में उन्होंने खड़गे के बयान की आलोचना करते हुए अपनी बात रखी। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक योगी के लिए देश सर्वोपरि होता है, जबकि कांग्रेस अपने तुष्टिकरण की नीति को प्राथमिकता देती है। इस बयान के बाद भाजपा के अन्य नेताओं और संत समाज की ओर से भी खड़गे के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली है।
खड़गे का बयान, सीएम योगी की प्रतिक्रिया
खड़गे ने झारखंड में एक बयान में कहा था कि कई साधु अब राजनेता बन गए हैं और वे गेरुआ वस्त्र पहनकर समाज में नफरत फैला रहे हैं। इस पर योगी आदित्यनाथ ने (Maharashtra) अचलपुर की रैली में जवाब देते हुए कहा, “मैं एक योगी हूं और मेरे लिए देश पहले है। खड़गे जी, आपके लिए कांग्रेस की तुष्टिकरण नीति पहले है।” उन्होंने खड़गे पर आरोप लगाया कि वे वोटबैंक की राजनीति में उलझे हुए हैं और कांग्रेस का इतिहास हमेशा से ही समाज को बांटने का रहा है।
#WATCH : Chief Minister @myogiadityanath breaks his silence on Mallikarjun Kharge’s remarks about him
Says “I'm a Yogi & for a Yogi Nation comes First.
For me Nation is first that is what My Neta Modi Ji told us” pic.twitter.com/gitij6u9Sp
— Siddhant Mishra (@siddhantvm) November 12, 2024
योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस अध्यक्ष के बयान को धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला बताया और कहा कि आज भी (Maharashtra) कांग्रेस अपने पुराने सिद्धांतों पर ही चल रही है। उन्होंने खड़गे पर परिवार के बलिदान को भुलाने का भी आरोप लगाया, यह कहते हुए कि उनके पूर्वजों ने भारत में धार्मिक संघर्ष झेला था, पर वे वोटबैंक के लिए चुप हैं।
सहयोगी दलों की प्रतिक्रिया
खड़गे के बयान पर प्रतिक्रिया में भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं ने कांग्रेस पर हमला बोला। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने खड़गे के बयान को कांग्रेस की “पुरानी मानसिकता” का प्रतीक बताया। उन्होंने कांग्रेस को समाज में दरार डालने का जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि यह पार्टी हमेशा हिंदू धर्म और सनातन संस्कृति के खिलाफ रही है।
ओम प्रकाश राजभर ने भी कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि (Maharashtra) इसका इतिहास हमेशा समाज को बांटकर सत्ता हासिल करने का रहा है। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष से तुरंत माफी की मांग की। संत समाज ने भी खड़गे के बयान की कड़ी आलोचना की और इसे धार्मिक भावनाओं के खिलाफ बताया।
राजनीतिक संगठनों में नाराजगी
खड़गे के बयान से भाजपा और संत समाज में गहरी नाराजगी है। संत समाज ने इसे धार्मिक सहिष्णुता पर आघात बताते हुए कांग्रेस को सावधानी बरतने की सलाह दी है। भाजपा के समर्थकों ने इसे एक सुनियोजित राजनीतिक चाल बताया, जिसका उद्देश्य धार्मिक और राजनीतिक लाभ उठाना है।