Siddharthnagar : उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा के तहत जिले में 20 परीक्षा केंद्र बनाने की दिशा में संबंधित माध्यमिक विद्यालयों, महाविद्यालयों से अनापत्ति प्रमाण लेने की प्रक्रिया तेज हो गई है। इसमें लगभग आठ हजार परीक्षार्थियों के परीक्षा में बैठेंगे। डीआईओएस सोमारू प्रधान ने बताया कि पहले परीक्षा केंद्रों को बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और कोषागार से अधिकतम 10 किलोमीटर की परिधि में स्थापित करने का निर्देश था।
इस बाध्यता की वजह से दो ही केंद्र बए जाने थे। अब आयोग ने एक दिवसीय परीक्षा का निर्णय लिया और इसके साथ ही प्रमुख सचिव एम. देवराज की ओर से जारी आदेश में इस सीमा में थोड़ा विस्तार की सहूलियत दे दी गई है।
10 किमी की बाध्यता खत्म होने से मिलेगी और सहूलियत
अब आयोग मुख्य मार्गों पर स्थित उन संस्थानों में भी परीक्षा केंद्र बना सकेगा, जो मुख्यालय से 10 किलोमीटर से अधिक दूरी पर भी होंगे। यह राहत केवल पीसीएस जैसी प्रमुख परीक्षा के लिए दी गई है। इससे आयोग को केंद्रों की कमी से जूझने की स्थिति से मुक्ति मिलेगी और एक ही दिन में परीक्षा कराने की संभावना बढ़ जाएगी।
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जिला विद्यालय निरीक्षक सोमारू प्रधान ने बताया कि आयोग से मिले निर्देश के क्रम में जनपद में 20 परीक्षा केंद्रों के लिए चिन्हित किए जा रहे स्कूलों, कॉलेजों से एनओसी (अनापत्ति प्रमाणपत्र) मांगा जा रहा है। एक केंद्र पर 384 परीक्षार्थी ही परीक्षा में बैठेंगे। ऐसे में लगभग आठ हजार परीक्षार्थी के जिले में परीक्षा देने की संभावना है।